कोलकाता, 30 अप्रैल (भाषा) कोलकाता के मध्यवर्ती बड़ाबाजार क्षेत्र में मंगलवार रात एक होटल ‘ऋतुराज’ में लगी भीषण आग में 14 लोगों की मौत हो गई और 13 घायल हो गए।
आग लगने की यह घटना मंगलवार रात करीब 8:10 बजे उस वक्त हुई जब होटल के 42 कमरों में 88 मेहमान ठहरे हुए थे। दमकल की 10 गाड़ियों ने करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
कोलकाता पुलिस ने बताया कि बुधवार शाम तक 14 पीड़ितों में से नौ की पहचान हो चुकी है।
पीड़ित बिहार, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और झारखंड के रहने वाले थे।
मृतकों में 11 पुरुष, एक महिला और दो बच्चे शामिल हैं, जिनमें एक तीन वर्षीय बालक और 10 वर्षीया बच्ची तमिलनाडु से थे।
घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है।
दमकल अधिकारियों ने बताया कि अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने से हुई। अधिकारियों के अनुसार, कुछ लोगों ने जान बचाने के लिए ऊपरी मंजिल से छलांग लगा दी।
घटनास्थल का दौरा करने के बाद महापौर फिरहाद हकीम ने कहा, ‘हम मृतकों के परिजनों की इच्छा के अनुसार शव भेजने की व्यवस्था करेंगे।’
पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा और राज्य अग्निशमन सेवा मंत्री सुजीत बोस ने शुरू में मृतकों की संख्या 15 बताई थी, लेकिन बाद में अस्पतालों और बचाव दलों से पुष्टि के बाद संख्या संशोधित कर 14 कर दी।
प्राथमिक जांच में होटल में अग्नि सुरक्षा नियमों की गंभीर अनदेखी सामने आई है। होटल की ‘फायर एनओसी’ 2022 में समाप्त हो चुकी थी, अलार्म व स्प्रिंकलर काम नहीं कर रहे थे और केवल एक सीढ़ी थी जो अवरुद्ध थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया और प्रधानमंत्री राहत कोष से मुआवजे की घोषणा की।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘कोलकाता में आग लगने की दुर्घटना में लोगों की मौत से दुखी हूं। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। पीएमएनआरएफ से प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।’
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के परिजनों को दो लाख तथा घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता की घोषणा की है।
बनर्जी ने एक्स पर लिखा, ‘बड़ाबाजार इलाके में एक निजी होटल (ऋतुराज) में लगी आग की घटना के पीड़ितों के प्रति मेरी संवेदना है… कुल मिलाकर चौदह लोगों की मौत हो गई, क्योंकि अंदर ज्वलनशील पदार्थ रखे हुए थे। जांच के आदेश दे दिए गए हैं।’
आग लगने के वास्तविक कारण की जांच करने तथा जिम्मेदार लोगों की पहचान करने के लिए कोलकाता पुलिस ने एक एसआईटी टीम का गठन किया था।
इस त्रासदी ने राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू कर दी है और विपक्षी भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पर तीखे हमले शुरू कर दिए हैं।
राज्य भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कोलकाता में आग भड़कने के बावजूद दीघा में जगन्नाथ धाम का उद्घाटन जारी रखने के लिए मुख्यमंत्री की आलोचना की।
वाम मोर्चा ने भी आलोचना की तथा उसने होटल मालिक के खिलाफ कार्रवाई तथा सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करने की मांग की।
टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने घटना पर दुख व्यक्त किया।
उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘राज्य प्रशासन, विभिन्न संगठनों के स्वयंसेवकों के साथ मिलकर प्रभावित लोगों की सहायता करने, राहत और पुनर्वास सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। इस कठिन समय में, हम घटना से प्रभावित लोगों के साथ खड़े हैं।’
भाषा राखी सुरेश
सुरेश
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