जयपुर, 13 जून (भाषा) अहमदाबाद के भीषण विमान हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों में राजस्थान के 13 लोग भी शामिल हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि ये 13 लोग राज्य के सात परिवारों से थे। इनमें से पांच बांसवाड़ा, पांच उदयपुर और एक-एक बाड़मेर, पाली और बीकानेर जिले से था।
इनमें से तीन परिवार लंदन में नयी जिंदगी शुरू करने जा रहे थे। दुर्घटनाग्रस्त विमान में चढ़ने से ठीक पहले ली गई तस्वीरों में उनका उत्साह साफ झलक रहा था। लेकिन दुर्भाग्य से कुछ ही मिनटों में उनकी सारी खुशी त्रासदी में बदल गई जब विमान उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
राजस्थान से इस विमान में सवार लोगों में बालोतरा की खुशबू राजपुरोहित भी थीं, जो लंदन में अपने पति विपुल के पास जा रही थीं।
बांसवाड़ा के डॉ. प्रतीक जोशी और उनकी पत्नी डॉ. कोनी व्यास भी अपने तीन बच्चों के साथ लंदन जा रहे थे। प्रतीक चार साल से लंदन में अकेले रह रहे थे और हाल ही में अपने परिवार को साथ लाने के लिए लौटे थे।
अधिकारियों के अनुसार बाड़मेर जिले के बोर चारणान गांव के युवक जयप्रकाश चौधरी (20) की भी इस हादसे में मौत हो गई है। वह अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस का छात्र था और दुर्घटनास्थल के पास एक छात्रावास में रह रहा था। विमान का मलबा गिरने से उसे गंभीर चोटें आईं और उसकी मौत हो गई।
जयप्रकाश के किसान पिता धर्माराम ने अपने बेटे की पढ़ाई के लिए कर्ज लिया था। जयप्रकाश ने 2023 में नीट की परीक्षा पास की थी और वह एमबीबीएस की पढ़ाई का पहला साल पूरा कर रहा था। उसका पार्थिव शरीर आज उसके पैतृक गांव लाया गया, जहां बाड़मेर की जिलाधिकारी टीना डाबी और जिला पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे।
जयप्रकाश के संस्कार में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी एकत्र हुए। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयप्रकाश के पिता से फोन पर बात कर दुख व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
इस बीच, कोटा का छात्र मयंक सेन इस हादसे में बाल-बाल बच गया। वह विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से कुछ क्षण पहले ही छात्रावास से बाहर निकला था।
एअर इंडिया का विमान एआई-171 बृहस्पतिवार दोपहर अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अहमदाबाद से लंदन जा रहे विमान में 242 लोगों सवार थे। इस हादसे में विश्वास कुमार रमेश नाम के एक यात्री को छोड़कर बाकी सभी 241 लोग मारे गए। अधिकारियों ने बताया कि डीएनए पहचान पूरी होने के बाद अन्य पीड़ितों के शव उनके परिवारों को सौंप दिए जाएंगे।
भाषा
पृथ्वी, रवि कांत रवि कांत
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