नयी दिल्ली, 12 मई (भाषा) थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने भारतीय सेना की कमान थामने के करीब दो सप्ताह बाद बृहस्पतिवार को पूर्वी लद्दाख क्षेत्र की तीन-दिवसीय यात्रा शुरू की और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत की सैन्य तैयारियों की व्यापक समीक्षा की।
तीन-दिवसीय यात्रा के पहले दिन लेह स्थित फायर एंड फ्यूरी कोर मुख्यालय में वरिष्ठ कमांडरों ने सेना प्रमुख को पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति का समग्र ब्योरा उपलब्ध कराया। इस क्षेत्र में भारत और चीन के सैनिक पिछले दो साल से आमने-सामने हैं।
गत 30 अप्रैल को थलसेना प्रमुख के रूप में पदभार संभालने के बाद जनरल पांडे का दिल्ली से बाहर यह पहला दौरा है।
सेना ने एक बयान में कहा, ‘सेना प्रमुख को सीमाओं पर सुरक्षा की स्थिति से अवगत कराया गया, जिसमें पूर्वी लद्दाख पर विशेष ध्यान दिया गया। क्षमता विकास की उच्च गति को बनाए रखते हुए बलों द्वारा उच्च स्तर की परिचालन तैयारी का उल्लेख किया गया।’
बाद में, जनरल पांडे ने उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी और फायर एंड फ्यूरी कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल ए सेनगुप्ता के साथ उपराज्यपाल आर के माथुर से मुलाकात की।
सेना ने कहा, ‘इसके बाद केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में नागरिक-सैन्य सहयोग और विकास गतिविधियों में भारतीय सेना की भूमिका से संबंधित मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई।’
भाषा सुरेश नेत्रपाल
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