चंडीगढ़, 24 मई (भाषा) पंजाब सरकार के बर्खास्त मंत्री विजय सिंगला और उनके विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) पर एक सरकारी अधिकारी की इस शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है कि उन्होंने परियोजनाओं के आवंटन से 1.16 करोड़ रुपये की रिश्वत और भविष्य के सभी ठेकों में एक प्रतिशत कमीशन की मांग की थी।
दोनों को भ्रष्टाचार के आरोपों में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। पंजाब स्वास्थ्य प्रणाली निगम में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत अधीक्षण अभियंता राजिंदर सिंह ने यह आरोप भी लगाया कि उन्हें धमकी दी गयी कि उनका कॅरियर तबाह हो जाएगा। अधिकारी ने कहा कि उन्होंने मानसिक उत्पीड़न से बचने के लिए पांच लाख रुपये का भुगतान करने पर सहमति जता दी।
सिंह ने कहा कि उन्होंने 23 मई को भुगतान के दौरान की बातचीत को कथित रूप से रिकॉर्ड कर लिया और पुलिस को सौंप दिया।
सिंह की शिकायत पर आधारित प्राथमिकी के अनुसार उन्होंने कहा कि मंत्री के ओएसडी प्रदीप कुमार ने पिछले महीने उन्हें पंजाब भवन बुलाया और कहा कि उन्होंने 41 करोड़ रुपये की निर्माण परियोजनाओं का आवंटन किया और मार्च में ठेकेदारों को 17 करोड़ रुपये का भुगतान किया।
सिंह ने शिकायत में आरोप लगाया कि कुमार ने 1.16 करोड़ रुपये रिश्वत मांगी जो कुल राशि 58 करोड़ रुपये का दो प्रतिशत थी।
बर्खास्त मंत्री और उनके ओएसडी को एक अदालत में पेश किया गया और उन्हें तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
भाषा वैभव अविनाश
अविनाश
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