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Sunday, 8 September, 2024
होमदेशविपक्ष ने नीट मुद्दे पर अराजकता पैदा करने का प्रयास किया लेकिन सत्य की जीत हुई : धर्मेंद्र प्रधान

विपक्ष ने नीट मुद्दे पर अराजकता पैदा करने का प्रयास किया लेकिन सत्य की जीत हुई : धर्मेंद्र प्रधान

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नयी दिल्ली, 23 जुलाई (भाषा) केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को विपक्ष पर नीट-यूजी मुद्दे का इस्तेमाल कर ‘‘अराजकता’’ एवं अशांति पैदा करने के प्रयास का आरोप लगाया और कहा कि विवादों में घिरी परीक्षा से संबंधित उच्चतम न्यायालय के फैसले से ‘‘सत्य की जीत’’ हुई।

प्रधान ने कहा कि विपक्ष को छात्रों और उनके अभिभावकों को गुमराह करने के लिए उनसे माफी मांगनी चाहिए।

मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) दो दिनों में नीट-यूजी के अंतिम परिणाम घोषित करेगी। उन्होंने कहा कि परीक्षा की मेधा सूची में शीर्ष अदालत की टिप्पणियों के अनुसार संशोधन किया जाएगा।

उच्चतम न्यायालय ने नीट-यूजी 2024 के असफल अभ्यर्थियों को बड़ा झटका देते हुए मंगलवार को उन याचिकाओं को खारिज कर दिया, जिनमें विवादों में घिरी इस परीक्षा को रद्द कर दोबारा आयोजित कराने की मांग की गई थी। इसके साथ ही न्यायालय ने कहा कि इसकी शुचिता से समझौता होने और अन्य गड़बड़ियों को दर्शाने वाली कोई सामग्री रिकॉर्ड में नहीं है।

न्यायालय का यह अंतरिम फैसला है और बाद में विस्तृत फैसला सुनाया जाएगा। इस अंतरिम फैसले से केंद्र सरकार और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) को बड़ी राहत मिली है, जो पांच मई को संपन्न परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक सहित बड़े पैमाने पर कथित गड़बड़ी को लेकर सड़क से संसद तक कड़ी आलोचना एवं विरोध का सामना कर रही है।

प्रधान ने यहां संवाददाता सम्मेलन में, शीर्ष अदालत के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, ‘‘सत्यमेव जयते। सत्य की जीत हुई है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘शीर्ष अदालत ने नीट-यूजी को रद्द करने और फिर से परीक्षा कराने की मांग वाली याचिकाओं को खारिज करते हुए कहा कि रिकॉर्ड में ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे यह निष्कर्ष निकाला जा सके कि परीक्षा की शुचिता से समझौता किया गया है। नीट-यूजी पर आज का फैसला अटकलों पर विराम लगाएगा और लाखों मेहनती और ईमानदार छात्रों को राहत प्रदान करेगा।’’

प्रधान ने कहा कि केंद्र सरकार कहती रही है कि बड़े पैमाने पर लीक नहीं हुआ है और उच्चतम न्यायालय ने भी इसे बरकरार रखा है।

उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी तरह की चूक को बर्दाश्त नहीं करेगी और ‘‘परीक्षाओं की शुचिता हमारे लिए सर्वोच्च है।’’

शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगर कोई भी परीक्षा में, अनियमितता में संलिप्त पाया गया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।

शिक्षा मंत्री ने देश की परीक्षा प्रणाली को ‘‘बकवास’’ कहने के लिए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की भी आलोचना की और कहा कि उन्हें और विपक्ष को छात्रों एवं उनके अभिभावकों से माफी मांगनी चाहिए।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश की परीक्षा प्रणाली को ‘‘बकवास’’ बताकर इसकी आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने भारत की आलोचना की है।

राहुल गांधी पर हमला करते हुए उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘देश के छात्रों को गुमराह करना, भ्रम पैदा करना और उन्हें वैमनस्य के लिए उकसाना, यह सब उनकी राजनीति का हिस्सा है। देश में चुनावी नतीजों को खारिज कर अराजकता और अशांति पैदा करना उनकी रणनीति का हिस्सा बन गया है।’’

प्रधान ने कहा कि राहुल और विपक्ष के सभी लोगों को देश के छात्रों, युवाओं और अभिभावकों से माफी मांगनी चाहिए।

भाषा शफीक सुभाष

सुभाष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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