बलिया (उप्र), 29 अप्रैल (भाषा) बलिया जिले में बांसडीह विधानसभा क्षेत्र की विधायक केतकी सिंह का एक नया वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ जिसमें वह एक नौ वर्षीय बच्ची की उपचार के कथित अभाव के कारण हुई मौत को लेकर चिकित्सकों को फटकार लगाती दिखीं।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) की नेता केतकी सिंह ने हाल के विधानसभा चुनाव में भाजपा के सिंबल से बांसडीह से चुनाव जीता।
केतकी सिंह के बांसडीह विधानसभा क्षेत्र में रेवती थाना क्षेत्र के हंडिया कला ग्राम की रहने वाली रुचि (9) को गत 25 अप्रैल को घर में किसी विषैले जंतु ने डस लिया। बच्ची के दाहिने पैर की दूसरी अंगुली से खून निकलता देख उसके पिता लालजी गुप्ता उसे तत्काल मोटरसाइकिल से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रेवती पहुंचे।
गुप्ता ने पत्रकारों को बताया कि सरकारी अस्पताल के इमरजेंसी में तैनात डॉ. राहुल कुमार ने बच्ची का पैर धुलवाया और कहीं सर्पदंश का चिह्न नहीं दिखाई देने पर रात 7.40 बजे जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया। इस दौरान उन्होंने कोई उपचार नहीं किया।
लालजी ने बताया कि वह मोटरसाइकिल से बच्ची को लेकर जिला चिकित्सालय पहुंचे जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
केतकी सिंह के निजी सचिव अजीत कुमार मिश्र ने बताया कि विधायक ने उपचार के अभाव में बच्ची की मौत के मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने गत 27 अप्रैल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रेवती पहुंच कर लापरवाह चिकित्सकों को फटकार लगाई तथा मौके पर मौजूद प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को मामले की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
शुक्रवार को सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में विधायक चिकित्सकों को फटकार लगाते हुए दिखाई दे रही हैं। विधायक बच्ची को सर्पदंश रोधी इंजेक्शन (एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन) व एम्बुलेंस न मिलने का हवाला देते हुए कह रही हैं कि चिकित्सक उनकी प्रतिष्ठा में चार चांद लगा रहे हैं।
इस दौरान एक चिकित्सक सफाई देते हुए बता रहे हैं कि जब तक पुष्टि न हो जाए तब तक एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन नहीं लगाया जा सकता, लेकिन विधायक इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुईं।
केतकी सिंह ने सोशल मीडिया पर वीडियो प्रसारित होने के बाद शुक्रवार को संवाददाताओं को सफाई दी। इस मामले में सर्विलांस अधिकारी डॉ. अभिषेक कुमार ने जानकारी दी कि इस पूरे मामले की मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्वयं जांच कर रहे हैं और जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन, सरकार और विधायक को उपलब्ध कराई जाएगी।
इसके पहले विधायक का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ था जिसमें वह सहतवार इलाके के उधा गांव में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से किए गए ‘नये निर्माण’ को ढहाने को लेकर तहसीलदार समेत अन्य अधिकारियों को धमकी देती दिख रही थीं।
भाषा सं आनन्द
संतोष
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