अगरतला, 15 मई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य माणिक साहा ने रविवार सुबह त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल एसएन आर्य ने यहां राजभवन में उन्हें नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई।
समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब भाजपा विधायकों और मंत्रियों के साथ उपस्थित थे। देब के शनिवार शाम मुख्यमंत्री पद से अचानक इस्तीफा देने के बाद साहा इस पद पर काबिज हुए हैं।
शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक भी शामिल हुईं।
उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा और मंत्री राम प्रसाद पॉल ने शनिवार को भाजपा विधायक दल की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के रूप में साहा की नियुक्ति का विरोध किया था। दोनों शपथ ग्रहण समारोह समाप्त होने के कुछ समय बाद राजभवन पहुंचे।
शपथ समारोह के बाद साहा ने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए त्रिपुरा के लोगों के लिए काम करूंगा। कानून-व्यवस्था की स्थिति पर ध्यान दूंगा।”
विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के नेतृत्व में बदलाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘कोई चुनौती नहीं है।’
विपक्षी दल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विधायकों ने राज्य में भाजपा के शासन में ”फासीवादी शैली में हिंसा” होने का आरोप लगाते हुए समारोह का बहिष्कार किया।
तृणमूल कांग्रेस, जो राज्य में पैठ जमाने की कोशिश कर रही है, उसने दावा किया कि मुख्यमंत्री को बदल दिया गया, क्योंकि भाजपा को एहसास हुआ कि लोगों का राज्य सरकार पर से भरोसा उठ गया है।
सूत्रों के मुताबिक, यह कदम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएसएस) द्वारा भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को भेजे गए विश्लेषण के बाद उठाया गया है, जिसमें संकेत दिया गया था कि पार्टी और सरकार में बदलाव की जरूरत है।
लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज से स्नातक करने वाले साहा साल 2016 में भाजपा में शामिल होने से पहले विपक्षी दल कांग्रेस के सदस्य थे। वह 2020 में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बने।
बैडमिंटन खिलाड़ी रह चुके साहा त्रिपुरा क्रिकेट संगठन के अध्यक्ष भी हैं।
भाजपा में उनका कद उनकी स्वच्छ छवि और बेहतरीन ट्रैक रिकॉर्ड के कारण बढ़ा है, जिसमें नवंबर 2021 में हुए चुनावों में सभी 13 नगर निगमों में भाजपा को जीत दिलाना शामिल है।
भाषा
फाल्गुनी पारुल
पारुल
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