नयी दिल्ली, 12 मई (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत को किफायती, सुलभ और उच्च गुणवत्ता वाले स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने के लिए खुद का मॉडल तैयार करने पर ध्यान देना चाहिए।
यहां प्रमुख कॉरपोरेट अस्पतालों के साथ एक बैठक को संबोधित करते हुए, मंडाविया ने देश की योग्य आबादी को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए अस्पतालों के दृष्टिकोण को मजबूत करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, उन्होंने जोर देकर कहा कि अस्पतालों द्वारा बताई गई विभिन्न चुनौतियों को सरकार और हितधारकों के सामूहिक प्रयासों से हल किया जा सकता है।
बयान में मंत्री के हवाले से कहा गया है, ‘‘हम दुनिया की सर्वोत्तम प्रथाओं का अध्ययन कर सकते हैं; हालांकि, भारत को एक किफायती और उच्च गुणवत्ता वाला स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने के लिए स्वयं का मॉडल विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। हमें स्वास्थ्य को सुलभ, सस्ता और मरीज के अनुकूल बनाने की जरूरत है।’’
उन्होंने किसी भी सार्वजनिक स्वास्थ्य योजना के सफल क्रियान्वयन में अस्पतालों के योगदान पर जोर दिया। बयान में कहा गया है कि सरकार चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ‘हील इन इंडिया’ और ‘हील बाय इंडिया’ जैसी कई पहल कर रही है।
मंडाविया ने उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए अस्पतालों के दृष्टिकोण को मजबूत करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के दृष्टिकोण को साकार करने में स्वास्थ्य क्षेत्र को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
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