पुणे, 20 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने बुधवार को कहा कि ‘बुलडोजर’ की कार्रवाई किसी समुदाय विशेष नहीं बल्कि अपराध में संलिप्त लोगों के खिलाफ है, जिन्हें सबक सिखाने की जरूरत है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों में आपराधिक गतिविधियों में कथित तौर पर शामिल लोगों के घरों को बुलडोजर द्वारा गिराए जाने की कार्रवाई की बीच संघ नेता का यह बयान सामने आया है।
कुमार ने कहा कि धर्म के नाम पर अपराधियों को पनाह नहीं देने जबकि उन्हें सबक सिखाने की आवश्यकता है ताकि सद्भाव कायम रहे। उन्होंने कहा कि अगर कोई यह कहता है कि बुलडोजर की कार्रवाई मुसलमानों के खिलाफ है तो यह ”घृणास्पद भाषण और संविधान-विरोधी आरोप है।”
कुमार ने पुणे में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान केंद्र और राज्य सरकारों से धार्मिक या सांप्रदायिक हिंसा को काबू करने के लिए दिशा-निर्देश तय करने का आह्वान किया।
भाजपा शासित कुछ राज्यों में की जा रही ‘बुलडोजर की राजनीति’ और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को निशाना बनाये जाने संबंधी आरोपों से जुड़े सवाल पर आरएसएस नेता ने कहा कि कहीं भी यह नहीं माना जा रहा है कि यह कार्रवाई ”असंवैधानिक” है।
कुमार ने कहा, ” जो लोग इसे असंवैधानिक करार दे रहे हैं, वे कानून-व्यवस्था के हालात और संविधान के नियमों से अनजान हैं। बुलडोजर की कार्रवाई मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नहीं है। यह उन लोगों के खिलाफ है जो किसी तरह के अपराध में संलिप्त हैं।”
भाषा शफीक देवेंद्र
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