(उज्मी अतहर)
नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल अक्टूबर से अब तक बुजुर्गों के लिए बनाई गई राष्ट्रीय हेल्पलाइन पर पेंशन, कोविड सहायता और दुर्व्यवहार सहित अन्य मामलों को लेकर 79,000 से अधिक फोन कॉल प्राप्त हुए।
हालांकि, पिछले साल एक अक्टूबर से हेल्पलाइन पर प्राप्त कुल 5,07,493 फोन कॉल में से 4,28,442 ‘गैर-सेवा योग्य कॉल’ रहे हैं, जो हेल्पलाइन पर आए कुल फोन कॉल का 84 प्रतिशत है।
गैर-सेवा योग्य फोन कॉल में ड्रॉप हुए कॉल, मजाक के इरादे से किए गए कॉल, हेल्पलाइन के दायरे के बाहर के कॉल और कार्यालय समय खत्म होने के बाद आए फोन कॉल शामिल हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, हेल्पलाइन को प्राप्त 79,051 फोन कॉल में से पेंशन के लिए 22,430, कोविड संबंधी मदद के लिए 6,406 और दुर्व्यवहार की शिकायत के लिए 4,748 आए।
वहीं, वृद्धाश्रमों से 2,040, भावनात्मक समर्थन के लिए 1,856 और रखरखाव से संबंधित मुद्दों के लिए 1,326 सेवा योग्य कॉल प्राप्त हुए।
टोल-फ्री नंबर ‘14567’ पर महिलाओं (18,363) की तुलना में पुरुषों (44,348) ने अधिक कॉल किए। विशेष रूप से महामारी के मद्देनजर बुजुर्गों के मुद्दों को हल करने के लिए हेल्पलाइन शुरू की गई थी।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने ”एल्डरलाइन परियोजना” के तहत 28 राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों में राज्यवार कॉल सेंटर शुरू किए हैं।
भाषा फाल्गुनी पारुल
पारुल
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.