नई दिल्ली: ओबेरॉय होटल पूरी तरह रेनोवेशन के बाद एक जनवरी को खुलेगा. दूसरी चीजों के अलावा इसने अपने परिसर में 40 स्थानों पर एयर-प्यूरिफायर लगवाए हैं.
नयी दिल्लीः नामचीन ओबेरॉय होटल, नए वर्ष के पहले दिन ही पूरी तरह रेनोवेट होकर खुल रहा है. इसका एक अतिरिक्त आकर्षण है- यह दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में एक, दिल्ली, में सबसे अधिक साफ हवा देने का वादा करता है.
दिप्रिंट को पता चला है कि होटल ने चार स्तरों वाला एयर-प्यूरिफायर लगाया है, जो राष्ट्रीय राजधानी को बदनाम करनेवाले पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) को कम करते हैं.
ओबेरॉय के ग्लोबल कॉरपोर्ट कम्युनिकेशन की वाइस-प्रेसिडेंट सिल्की सहगल कहती हैं,’होटल ने परिसर के अंदर 40 स्थानों पर बड़ी क्षमता वाले एयर-प्यूरिफायर को लगाया है’.
बाज़ार में उपलब्ध अधिकतम क्षमता वाली एयर-प्यूरिफायर, ब्लूएयर प्रो एक्सएल, उपलब्ध है. वह 1,180 वर्ग फीट के किसी कमरे के 99.7 फीसदी प्रदूषक तत्वों को खत्म करने का दावा करती है.
ओबेरॉय के नए सुट्स हालांकि 3,500 वर्ग फीट के हैं.
ब्रेथइजी कंपनी एक ऐसी कंपनी है जो इनडोर में हवा की गुणवत्ता सुधारने पर काम करती है. इसके सीइओ बरुन अग्रवाल को इस तकनीक के बारे में पता है. वह कहते हैं, ‘होटल में चार स्तरों का फिल्टर होता है, जिसमें पहला तो हानिकारक गैसों नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड को हवा से हटाता है और बाकी तीन स्तर पार्टिकुलेट को फिल्टर करता है’.
सहगल ने बताया कि ‘खासा निवेश’ किया जा रहा है, ताकि होटल के संपूर्ण हवैक (हीटिंग, वेंटिलेशन औऱ एयर-कंडीशनिंग) में एयर-प्यूरिफायर को प्रभावी ढ़ंग से संलग्न किया जा सके.
ट्रेवल कंपनी मिकाटो इंडिया की कार्यकारी निदेशक लीजा आलम शाह, जिन्होंने शुक्रवार को होटल का दौरा किया, कहती हैं, ‘होटल का लक्ष्य है कि हवा के क्वालिटी इंडेक्स को एक अंक तक में ले आएँ, अगर संभव हो तो 10 या 12 के निचे’.
स्टॉकहोम (स्वीडन), ग्रिमरहॉगेन (नॉर्वे), अल्टेसलांड(जर्मनी) औऱ डर्बी (ऑस्ट्रेलिया) जैसे शहरों का एयर-क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 1 से 10 के बीच, एकल अंक में है.
दिल्ली का (AQI) पिछले 7 नवंबर को हालांकि 999 तक छू गया था। यह मशीन की दर्ज करने की अधिकतम सीमा है.
अग्रवाल ने कहा, ‘चुनौती यह है कि बहुत ही कम लोग सचमुच वायु-गुणवत्ता यानी एयर क्वालिटी को समझ पाते हैं. वे शायद कह रहे हैं कि पीएम 2.5 लेवल 10 से नीचे रहेगा, जो AQI जैसा नहीं है.
पीएम प्रति घन मीटर प्रति 10 माइक्रोग्राम में पीएम अगर 2.5 हे तो यह सचमुच 45 AQI के बराबर होगा. अगर आप कह रहे हैं कि AQI 10 के अंदर है, तो आप 2.5 पीएम स्तर तो 2 या 3 प्रति घन मीटर प्रति 10 माइक्रोग्राम्स होगा। यह दिल्ली जैसी जगह में सचमुच बेहद कठिन होगा और पाने के बाद इसे मेंटेन रखना भी खासा चुनौतीपूर्ण होगा’.
सहगल बताती हैं कि वे किस एयर क्वालिटी को पाएंगे, इसके बिल्कुल सही आंकड़े तो वह नहीं दे सकेंगे, लेकिन होटल में 30 या 31 दिसंबर से सारे सिस्टम काम करने लगेंगे और यह मध्य जनवरी तक स्थिर हो जाएगा.
खराब हवा की वजह से राजधानी में पर्यटन पर असर पड़ने की उम्मीद है, ओबेरॉय को यकीन है कि अपने नए अवतार में वह लोगों को लुभा पाएगा.