नयी दिल्ली, चार मई (भाषा) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने नासिक के एक गांव में भीषण जल संकट को लेकर महाराष्ट्र सरकार और केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय को नोटिस जारी किया है। जल संकट के चलते महिलाओं को पानी लाने के लिये बहुत दूर जाना पड़ता है। हालात इतने गंभीर हैं कि कई नयी दुल्हनें स्थिति का सामना करने में असमर्थ होकर अपने माता-पिता के घर लौट जाती हैं।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने बुधवार को अपने बयान में कहा कि महिलाओं को हर गर्मियों में मार्च से जून तक एक पहाड़ी के तल पर लगभग सूख चुकी धारा से पानी लाने के लिए डेढ़ किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है, जिसमें काफी समय लगता है।
बयान में कहा गया है कि बताया जा रहा है कि कई परिवार गांव के पुरुषों से अपने बेटियों की शादी करने से हिचकिचा रहे हैं।
बयान में कहा गया है, ”एनएचआरसी ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लिया है कि महाराष्ट्र के नासिक जिले के दांडीची बाड़ी गांव में गंभीर जल संकट के कारण ग्रामीणों को पानी की एक-एक बूंद के लिए रोजाना संघर्ष करना पड़ रहा है।”
आयोग के अनुसार यदि मीडिया में आई खबर सही है, तो यह उन लोगों के मूल मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है।
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जोहेब उमा
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