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Monday, 8 July, 2024
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जलवायु वित्‍त को लेकर बर्ड और डब्‍ल्‍यूआरआई इंडिया ने किये एमओयू पर हस्‍ताक्षर

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लखनऊ, तीन जुलाई (भाषा) जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण अनुकूल विकास और जलवायु वित्‍त जैसे विषयों पर अनुसंधान और नीतिगत संवाद बढ़ाने के लिये बैंकर्स इंस्‍टीट्यूट ऑफ रूरल डेवलपमेंट (बर्ड) लखनऊ और जलवायु थिंक टैंक ‘डब्‍ल्‍यू.आर.आई इंडिया’ ने हाथ मिलाया है।

दोनों संगठनों ने बुधवार को इस सिलसिले में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्‍ताक्षर किये। एमओयू पर बर्ड लखनऊ की संयुक्‍त निदेशक शेफाली अग्रवाल और डब्‍ल्‍यू.आर.आई इंडिया के सीईओ माधव पाई ने दस्तखत किये।

इस एमओयू का उद्देश्‍य जलवायु परिवर्तन न्‍यूनीकरण और अनुकूलन के लिये जलवायु वित्‍त के बारे में समझ को बढ़ाना और ऐसा करके जलवायु वित्‍त उपलब्‍ध कराने के उद्देश्‍यों की पूर्ति में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की मदद करना है।

बर्ड के निदेशक डॉक्‍टर निरूपम मेहरोत्रा ने कहा, “इस समझौते के माध्‍यम से बर्ड लखनऊ और डब्‍ल्‍यू.आर.आई इंडिया नयी पीढ़ी के ऐसे पेशेवरों को निखारने के लिये संकल्पित है जो जलवायु अनुकूलता और पर्यावरण संरक्षण के मोर्चे पर अगुवाई करने और सतत भविष्‍य के लिये प्रभावशाली बदलाव के प्रति समर्पित हैं।“

उन्होंने कहा कि एमओयू के तहत बर्ड और डब्‍ल्‍यू.आर.आई इंडिया पर्यावरण, जलवायु के प्रति अनुकूल विकास और जलवायु वित्‍त के विषयों पर शोध और नीतिगत संवाद का आयोजन साथ मिलकर करेंगे।

डब्‍ल्‍यू.आर.आई इंडिया की अधिशासी निदेशक उल्‍का केलकर ने कहा, ‘‘यह बहुत सही समय पर किया गया समझौता है क्‍योंकि इस साल होने वाली अंतरराष्‍ट्रीय जलवायु वार्ताएं जलवायु वित्‍त से जुड़े नये लक्ष्‍य पर केन्द्रित हैं।’’

भाषा सलीम नोमान

नोमान

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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