बेंगलुरु, 25 अप्रैल (भाषा) देश के अलग-अलग हिस्सों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों और महामारी की चौथी लहर की आशंकाओं के बीच कर्नाटक सरकार ने सोमवार को दिशा-निर्देश जारी कर मास्क लगाना और सामाजिक दूरी का पालन करना अनिवार्य बना दिया।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की अध्यक्षता में वरिष्ठ मंत्रियों, अधिकारियों और कोविड-19 तकनीकी सलाहकार समिति (टीएसी) के विशेषज्ञों की एक बैठक में यह निर्णय लिया गया, जिसमें संभावित चौथी लहर की आशंकाओं के बीच राज्य में स्थिति की समीक्षा की गई।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा, “मास्क अनिवार्य रूप से पहना जाना चाहिए, खासकर उन जगहों पर, जहां भीड़-भाड़ रहती है। इसके अलावा बंद जगहों पर सामाजिक दूरी का पालन करना जरूरी है। संबंधित आशय से जुड़े दिशा-निर्देश आज जारी किए जाएंगे। हमने तत्काल कोई जुर्माना लगाने के संबंध में निर्णय नहीं लिया है।”
बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में सुधाकर ने बताया कि बेंगलुरु में संक्रमितों की संख्या में मामूली इजाफा हुआ है, जहां संक्रमण दर 1.9 फीसदी है और यदि आवश्यक हो तो उपचार के बारे में दिशानिर्देशों के साथ स्थिति की निगरानी और समीक्षा की जाएगी।
उन्होंने कहा, “27 अप्रैल को प्रधानमंत्री सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस करेंगे, जहां अधिक मार्गदर्शन और जानकारी साझा की जा सकती है। इसके बाद हम यहां एक और दौर की बैठक करेंगे और अगर आवश्यक हुआ तो जरूरी उपाय किए जाएंगे।”
संक्रमण के दैनिक मामलों में कमी को देखते हुए 28 फरवरी से राज्य में कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंध हटा दिए गए थे।
बाद में सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया, “सार्वजनिक स्थानों, कार्यस्थलों और परिवहन के दौरान लोगों का फेस कवर या मास्क पहनना अनिवार्य है। इसी तरह, सार्वजनिक स्थानों पर थूकना जुर्माने के साथ दंडनीय अपराध होगा।”
मुख्य सचिव पी रवि कुमार के हस्ताक्षर वाले आदेश के मुताबिक, सार्वजनिक स्थलों पर लोगों के लिए दो गज की सामाजिक दूरी बनाना अनिवार्य रहेगा।
भाषा पारुल मनीषा
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