अगरतला, 18 मई (भाषा) त्रिपुरा सरकार असम में बाढ़ और भूस्खलन जारी रहने के बीच रेल सेवाओं के ठप होने के कारण खाद्य सामग्री और ईंधन की संभावित कमी के मद्देनजर बांग्लादेश में चटगांव बंदरगाह के माध्यम से राज्य में आवश्यक सामग्री का परिवहन करने पर विचार कर रही है। यह जानकारी एक अधिकारी ने बुधवार को दी।
त्रिपुरा परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव एल एच डारलांग ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि असम में लुमडिंग-बदरपुर खंड के रास्ते से ट्रेन सेवा बहाल होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है, जो लगातार बारिश से हुए भूस्खलन से प्रभावित है।
उन्होंने कहा कि असम-अगरतला राष्ट्रीय राजमार्ग कुछ समय तक रोक के बाद बुधवार से वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘भले ही असम-अगरतला राष्ट्रीय राजमार्ग को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है, लेकिन लंबी दूरी के लिए ट्रेन सेवा में व्यवधान का त्रिपुरा को आवश्यक वस्तुओं की सामान्य आपूर्ति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इसलिए हम आवश्यक वस्तुओं का परिवहन आपातकालीन आधार पर एक वैकल्पिक रास्ते-हल्दिया-चटगांव-अखौरा-अगरतला ट्रांशिपमेंट मार्ग का उपयोग करके आवश्यक वस्तुओं को लाने की योजना बना रहे हैं।’’
जुलाई 2020 में चालू किया गया हल्दिया-चटगांव-अखौरा-अगरतला तटीय मार्ग 600 किलोमीटर लंबा है।
डारलोंग ने कहा कि अभी त्रिपुरा में दालों और सब्जियों के अलावा 43 दिनों के लिए चावल, 38 दिनों के लिए गेहूं, 28 दिनों के लिए चीनी का भंडार है। उन्होंने कहा कि हालांकि पेट्रोल का भंडार आठ दिन और डीजल का भंडार पांच दिन ही बचेगा, जो चिंता का विषय है।
राज्य पहले ही भारतीय खाद्य निगम और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड से सामान्य आपूर्ति सुनिश्चित करने का अनुरोध कर चुका है।
भाषा अमित नरेश
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