जींद, आठ जुलाई (भाषा) जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए पैरामिल्ट्री कमांडो लांस नायक प्रदीप नैन का सोमवार को यहां उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
प्रदीप नैन के पार्थिव शरीर को आर्मी की तिरंगे से सजी गाड़ी में लाया गया। पूरे गांव को तिरंगे से सजाया गया था।
स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता, राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला, विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा, डीसी मोहम्मद इमरान रजा, एसपी सुमित कुमार, एसडीएम अनिल दून, उकलाना के पूर्व विधायक नरेश सेलवाल, बिनैण खाप के प्रधान रघुबीर नैन समेत अन्य गणमान्य लोगों ने अंतिम संस्कार से पहले प्रदीप नैन को पुष्पांजलि अर्पित की।
कुलगाम में गत छह जुलाई को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान प्रदीप शहीद हो गये थे।
गांव जाजनवाला के रहने वाले प्रदीप नैन (27) 2015 में पैरामिल्ट्री में सिपाही के पद भर्ती हुए थे।
प्रदीप को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे थे। प्रदीप नैन के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए उनके घर ले जाया गया था।
तिरंगे में लिपटे प्रदीप नैन के पार्थिव शव को देख कर पत्नी, मां व बहन के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता ने कहा कि वे शहीद प्रदीप नैन की मां को सलाम करते हैं, जिसने ऐसे वीर सपूत को जन्म दिया।
उन्होंने कहा कि दुख होना स्वभाविक है क्योंकि जवान बेटा चला गया लेकिन गर्व भी है। प्रदीप ने आतंकवादियों को मौत के घाट उतार कर अपनी शहादत दी।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी ने उन्हें भेजा है और शहीद परिवार को जो घोषित सहायता होगी वह जल्दी दी जाएगी।
राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कहा कि यह दुख के साथ गर्व की बात है। जाजनवाला के वीर सपूत ने आतंकियों से लड़ते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। प्रदीप नैन ने अपनी जान की परवाह नहीं की। देशहित को सर्वोपरि रखा। सदियों तक प्रदीप नैन की शहादत को याद रखा जाएगा।
भाषा सं जितेंद्र
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