scorecardresearch
Monday, 7 October, 2024
होमदेशसत्यजीत रे मुझे पटकथा देखने नहीं देते थे: अभिनेता बरूण चंदा

सत्यजीत रे मुझे पटकथा देखने नहीं देते थे: अभिनेता बरूण चंदा

Text Size:

कुणाल दत्त

नयी दिल्ली, नौ मई (भाषा) बंगाली अभिनेता बरूण चंदा का कहना है कि प्रख्यात फिल्मकार सत्यजीत रे उन्हें फिल्म की पटकथा देखने नहीं देते थे और शूटिंग से एक या दो दिन पहले पटकथा की कुछ पंक्तियां भेजते थे ताकि वह संवाद को रटें नहीं और पर्दे पर उनका चरित्र स्वाभाविक रूप से निखर कर सामने आए।

चंदा ने ‘सीमाबद्ध’ फिल्म में मुख्य किरदार निभाया है। दो मई 1921 को जन्में रे की जन्मशताब्दी वर्ष के मौके पर साल भर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था।

‘सीमाबद्ध’ फिल्म 1971 में रिलीज़ हुई थी और यह कॉरपोरेट विश्व और कोलकाता के तेज़ी से होते शहरीकरण पर थी। चंदा ने इस फिल्म में श्यामलेन्दु चटर्जी का मुख्य किरदार निभाया था।

अब 80 वर्ष से अधिक उम्र के हो चुके चंदा ने पीटीआई-भाषा को फोन पर कोलकाता से दिए साक्षात्कार में कहा, “ (सीमाबद्ध) मेरी पहली फिल्म थी और इस फिल्म में रे के साथ काम करने का जबर्दस्त अनुभव रहा। रे जो भी फिल्म वह बनाते थे, उसमें अपना दिल और जान लगाते थे ताकि चरित्र स्वाभाविक रूप से निखरे।”

उन्होंने कहा, “ मैंने श्यामलेन्दु का किरदार निभाया था। वह मुझे पटकथा देखने नहीं देते थे ताकि मैं पंक्तियों को याद न कर पाऊं। वह मेरे किरदार की कुछ पंक्तियां एक-दो दिन पहले भेजते थे।”

चंदा के मुताबिक, रे चाहते थे कि किरदार पर्दे पर स्वाभाविक रूप से निखर कर सामने आए।

अभिनेता ने कहा कि रे को न रीटेक लेना पसंद था और न ही यह पसंद था कि अभिनेता रटे रटाए संवाद बोलें।

उन्होंने कहा कि रे की जन्म के 100 वर्ष पूरे होने के साथ ही ‘सीमाबद्ध’ फिल्म के रिलीज़ होने के 50 साल गत वर्ष पूरे हुए हैं।

इस फिल्म की शूटिंग 1970 में पटना और कलकत्ता (अब कोलकाता) में हुई थी।

भाषा

नोमान उमा

उमा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments