गुवाहाटी, 14 मार्च (भाषा) गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश (कार्यवाहक) एन कोटिश्वर सिंह ने शनिवार को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न करने वाले वन्यजीव अपराधों को रोकने के लिए कई एजेंसियों के बीच व्यापक समन्वय का आह्वान किया।
बोंगईगांव में ‘वन्यजीव अपराध: चुनौतियां, समाधान और हितधारकों की भूमिका’ विषयक एक कार्यशाला में मुख्य संबोधन देते हुए न्यायमूर्ति सिंह ने कहा कि वन्यजीव अपराध पूरी दुनिया में चिंताजनक हो गए हैं और इसकी रोकथाम एवं शमन के लिए वन कर्मियों, पुलिस, सीमा रक्षकों, अर्धसैनिक बलों, सेना और अन्य संबंधित एजेंसियों सहित विभिन्न हितधारकों के बीच बहुआयामी और समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में निहित मौलिक कर्तव्य सभी नागरिकों को प्राकृतिक पर्यावरण, वन, जलाशयों (झीलों) और वन्यजीवों की रक्षा करने का दायित्व सौंपते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, सीमा पर तैनात एक एसएसबी जवान देश से कीमती वन्यजीवों या वन्यजीवों के अंगों की तस्करी के किसी भी प्रयास को नजरअंदाज नहीं कर सकता, भले ही उसका मुख्य कर्तव्य सीमा की रक्षा करना है।’’
भाषा अमित माधव
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