शिलांग, 18 मई (भाषा) मेघालय में विपक्षी कांग्रेस के 12 विधायकों के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के महज छह महीने बाद ममता बनर्जी-नीत खेमे में सब कुछ ठीक नहीं प्रतीत हो रहा है, क्योंकि इसके कई विधायक 2023 का विधानसभा चुनाव पार्टी टिकट पर लड़ने से हिचक रहे हैं। यह जानकारी बुधवार को एक वरिष्ठ नेता ने दी।
तृणमूल के विधायक ने कहा कि कई विधायक सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) या उसके सहयोगी, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) में शामिल होने के विकल्प पर ‘सक्रिय रूप से विचार’ कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य के 60 में से आधे से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों, विशेष रूप से खासी-जयंतिया पर्वतीय क्षेत्र में, मतदाता पार्टी को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं।
पार्टी नेता ने नाम न बताने की शर्त पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘तृणमूल की मेघालय इकाई में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। कम से कम दो विधायकों ने पार्टी के टिकट पर 2023 का विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर अपनी अनिच्छा व्यक्त की है। कुछ अन्य लोगों ने भी ऐसी ही राय रखी है। हालांकि, वे खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। मैंने पहले ही अपने नेता मुकुल संगमा के साथ इस मामले पर चर्चा की है।’’
विधानसभा में विपक्ष के नेता संगमा के नेतृत्व में, कांग्रेस के 17 में से 12 विधायक पिछले नवंबर में टीएमसी में चले गए, जिससे यह पार्टी राज्य में प्रमुख विपक्षी दल बन गई।
विधायक ने कहा, ‘‘खासी जयंतिया पर्वतीय क्षेत्र में 36 सीटें हैं, लेकिन यहां के मतदाता पार्टी को स्वीकार करने के प्रति अनिच्छुक हैं। टीएमसी विरोधी लहर वास्तविक है और हमें अपने मतदाताओं की बात सुननी होगी।’’
संगमा ने मंगलवार को स्वीकार किया था कि दो विधायकों को ‘अपना रवैया सुधारने’ के लिए कहा गया है, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि आखिर मुद्दा क्या है।
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