श्रीनगर, 24 मई (भाषा) नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने जम्मू-कश्मीर पुलिस पदक से पार्टी के संस्थापक शेख अब्दुल्ला की तस्वीर हटाए जाने को इतिहास मिटाने का कुटिल प्रयास करार दिया और कहा कि वह लोगों के दिलों पर राज करते रहेंगे।
नेशनल कांफ्रेंस प्रदेश प्रवक्ता इमरान नबी डार ने यहां कहा, ‘‘हम राष्ट्रीय प्रतीकों का पूरा सम्मान करते हैं, हमारे इतिहास, पहचान और प्रतीक को मिटाने का ये प्रयास कुटिलता को दर्शाता है।’’
डार ने कहा कि नाम बदलने से कुछ नहीं बदलेगा और नेशनल कांफ्रेंस के संस्थापक व पूर्व मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के लोगों के दिलों पर राज करते रहेंगे।
प्रवक्ता ने कहा, ”जम्मू-कश्मीर के लोग जहां खड़े हैं, वहां तक पहुंचने के लिये उन्होंने कई मोर्चों पर संघर्ष किया है। उन्होंने उत्पीड़न, निरंकुशता से लड़ाई लड़ी। कोई भी इस सच्चाई को नहीं बदल सकता। नाम बदलने से भी यह नहीं बदलने वाली। शेख साहब जम्मू-कश्मीर के लोगों के दिलों पर राज करते रहेंगे।”
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने सोमवार को घोषणा की थी कि जम्मू-कश्मीर पुलिस वीरता एवं सराहनीय सेवा पदकों पर से ‘शेर-ए-कश्मीर’ के नाम से मशहूर नेशनल कांफ्रेंस के संस्थापक शेख अब्दुल्ला की तस्वीर हटाकर उसकी जगह राष्ट्रीय प्रतीक उकेरा जाएगा। गृह विभाग की तरफ से इस संबंध में एक आदेश भी जारी किया गया।
इससे पहले सरकार ने पहले शेर-ए-कश्मीर पुलिस पदक का नाम बदलकर जम्मू-कश्मीर पुलिस पदक कर दिया था।
इस बीच, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अब्दुल्ला की शख़्सियत बहुत ऊंची है और पदक से उनके नाम को बदलने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। महबूबा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘इससे उनकी शख़्सियत पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन मुझे ऐसा करने वाले लोगों के मानसिक संतुलन पर संदेह है, क्योंकि वह एक ऐसे व्यक्तित्व हैं जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।’’
भाषा जोहेब अमित
अमित
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.