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श्रीनगर, पांच मई (भाषा) नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को दावा किया कि पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद गनी लोन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इशारे पर गुपकर गठबंधन (पीएजीडी) के साथ नाता तोड़ा, ताकि उनकी पत्नी की पाकिस्तान से वापसी हो सके।
पीएजीडी का गठन जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को बहाल करने की मांग के लिए 2019 किया गया था और इसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस शामिल थे।
अलगाववाद छोड़कर मुख्यधारा की राजनीति में शामिल हुए लोन ने जनवरी 2021 में गठबंधन छोड़ दिया था और कहा था कि जिला विकास परिषद चुनावों में गठबंधन सहयोगियों के बीच विश्वास भंग हुआ है।
अब्दुल्ला ने यहां ‘पीटीआई वीडियोज’ को दिए गए एक विशेष साक्षात्कार में कहा,‘‘कल तक सज्जाद लोन पाकिस्तान के साथ थे। उन्होंने पड़ोसी देश से पैसा लिया। जब उनकी पत्नी अपनी मां से मिलने पाकिस्तान गईं थीं, तो क्या लोन को नयी दिल्ली नहीं बुलाया गया और कहा गया कि अगर वह अपनी पत्नी को भारत वापस लाना चाहते हैं, तो गुपकर गठबंधन से नाता तोड़ लें। कृपया उनसे पूछें। वह (लोन) उनके भी एजेंट हैं और मैं अल्लाह से प्रार्थना करता हूं कि लोग अब इस बात को समझें।’’
लोन उत्तरी कश्मीर की बारामूला लोकसभा सीट से उम्मीदवार हैं और उनका मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से है। लोन ने शनिवार को उमर अब्दुल्ला से कहा कि वे अपने आरोपों को साबित करें।
लोन ने आरोप साबित नहीं कर पाने की हालत में उमर से माफी मांगने को भी कहा।
अब्दुल्ला ने पिछले माह जम्मू में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘शाह ने बोला कि नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और कांग्रेस को वोट नहीं दीजिए। फिर कौन बचा?’’
उन्होंने कहा,‘‘ जिनके नाम अलग हैं और जो भाजपा के इशारे पर काम करते हैं, शाह लोगों से उनके लिए वोट करने को कह रहे हैं।’’
भाषा शोभना दिलीप
दिलीप
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