नयी दिल्ली, 20 जुलाई (भाषा) नीट-यूजी के संशोधित परिणामों में हरियाणा के एक परीक्षा केंद्र के किसी भी अभ्यर्थी को 682 से अधिक अंक नहीं मिले हैं। यह केंद्र उस समय जांच के घेरे में आया था, जब पांच मई को वहां मेडिकल प्रवेश परीक्षा देने वाले छह अभ्यर्थियों को 720 में से 720 अंक मिले थे।
नीट परीक्षा में गड़बड़ी और कृपांक के कारण अंक बढ़ने के आरोपों के चलते उच्चतम न्यायालय द्वारा पुनः परीक्षा का आदेश दिए जाने के बाद संशोधित परिणाम जारी किया गया।
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा घोषित केंद्र और शहरवार परिणामों के अनुसार, हरियाणा के झज्जर में हरदयाल पब्लिक स्कूल केंद्र के केवल 13 अभ्यर्थी 600 से अधिक अंक प्राप्त करने में सफल रहे।
नीट-यूजी परीक्षा पांच मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इसमें 24 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था।
इसका परिणाम 14 जून को घोषित होने की उम्मीद थी, लेकिन यह चार जून को ही घोषित कर दिया गया जिसे लेकर एनटीए ने कहा था कि उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पहले ही पूरा हो गया था। 67 छात्रों ने 720 अंक प्राप्त किए, जो परीक्षा एजेंसी के इतिहास में अभूतपूर्व है, जिसमें हरियाणा के केंद्र से छह छात्र टॉपर की सूची में शामिल थे। इतनी संख्या में छात्रों के शत-प्रतिशत अंक आने के चलते अनियमितताओं का संदेह पैदा हुआ। यह आरोप लगा कि कृपांक के कारण 67 छात्रों ने शीर्ष रैंक प्राप्त की।
भाषा शफीक नेत्रपाल
नेत्रपाल
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.