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रविवार, 6 जुलाई, 2025
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जलवायु परिवर्तन से निपटा नहीं गया तो कोई भी चीज मानवता को नहीं बचा पाएगी : उपराष्ट्रपति धनखड़

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नयी दिल्ली, 19 जुलाई (भाषा) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि जलवायु परिवर्तन एक ऐसा बम है जो हर पल टिक-टिक करता रहता है और यदि इस समस्या का समाधान खोजने के लिए सामूहिक प्रयास नहीं किए गए तो कोई भी चीज मानवता को नहीं बचा पाएगी।

पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित चौथे अंतरराष्ट्रीय जलवायु शिखर सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा कि जलवायु संकट से लड़ना सभी की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।

उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘जलवायु परिवर्तन एक ऐसा बम है जो हर पल टिक-टिक करता रहता है। हमारे पास कोई विकल्प नहीं रह गया है। यह अब ऐसी समस्या है, जो सामने खड़ी है।’’

उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जलवायु परिवर्तन से निपटा नहीं गया तो यह भेदभाव रहित होगा और बिना किसी अपवाद के सभी को प्रभावित करेगा।

धनखड़ ने कहा, ‘‘…इस समस्या से निपटने के लिए एक ही मानसिकता में होना होगा। क्योंकि अगर इसे नहीं सुलझाया गया तो यह किसी को नहीं बख्शेगा। इसमें कोई अपवाद नहीं होगा। आपके पास कोई सुरक्षित जगह नहीं होगी। आपके पास खुद को बचाने के लिए बंकर नहीं होगा।’’

उन्होंने कहा कि भारत जलवायु संकट को रोकने के लिए गंभीरता से काम करने वाले अग्रणी देशों में से एक है।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने एक महत्वाकांक्षी यात्रा शुरू की है। उन्होंने कहा कि इसने 2030 तक अपनी स्थापित बिजली क्षमता का 50 प्रतिशत गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा स्रोतों से प्राप्त करने और 2070 तक शून्य उत्सर्जन प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है।

उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के मुद्दे को कोई एक देश अकेले हल नहीं कर सकता।

भाषा शफीक अविनाश

अविनाश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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