चंडीगढ़, 15 मई (भाषा) सेना के एक सेवानिवृत्त सूबेदार के अंगों ने गंभीर रूप से बीमार तीन सैनिकों को नयी जिंदगी दी है।
इस सेवानिवृत्त सूबेदार को मस्तिष्काघात के बाद ‘ब्रेन डेड’ घोषित कर दिया गया था जिसके बाद उनके परिवार ने उनके अंगदान करने का निर्णय लिया। ब्रेन डेड वह अवस्था होती है जिसमें मनुष्य का मस्तिष्क मृत हो जाता है।
सूबेदार की मंगलवार को मृत्यु के बाद, उनके अंगों को भारतीय वायु सेना ने दिल्ली में सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल पहुंचाया।
यहां जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, सेना के कमांड अस्पताल, चंडीमंदिर की अंग पुनर्प्राप्ति और प्रत्यारोपण टीम ने 70 वर्षीय सूबेदार के अंगों को निकाला। वह हिमाचल प्रदेश के पालमपुर के निवासी थे।
बयान के मुताबिक, उन्होंने भारतीय सेना की जम्मू-कश्मीर राइफल्स में 30 वर्षों तक सेवा दी थी।
बयान में कहा गया है, “ मस्तिष्काघात के कारण आईसीयू में उन्हें ‘ब्रेन डेड’ घोषित कर दिया गया। मृतक के परिजनों ने उनका जिगर, गुर्दा और कॉर्निया दान करने का फैसला किया, जिससे गंभीर रूप से बीमार तीन सैनिकों को नया जीवन मिला।’
विज्ञप्ति में कहा गया है कि अंगों को एक घंटे के भीतर ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से दिल्ली छावनी के आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल) पहुंचाया गया।
भाषा नोमान माधव
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