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शनिवार, 17 मई, 2025
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कथित आपत्तिजनक शब्द संबंधी पत्रकार का वीडियो संपादित नहीं : ‘एक्स’ ने अदालत को बताया

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नयी दिल्ली, 12 जुलाई (भाषा) सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ ने दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष कहा है कि जिस वीडियो क्लिप में वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा को एक टीवी बहस के दौरान कांग्रेस नेता रागिनी नायक के लिए कथित रूप से आपत्तिजनक शब्द बोलते हुए सुना जा सकता है, उसे “संपादित” नहीं माना जा सकता।

एक्स ने दावा किया कि सोशल मीडिया पोस्ट में मौजूद वीडियो, जिसे शर्मा इस मंच से हटाना चाहते हैं, उनके चैनल इंडिया टीवी के अपने ‘लाइवस्ट्रीम’ (डिजिटल माध्यम पर सीधे प्रसारण) से मेल खाता है और प्रथम दृष्टया “प्रामाणिक” है।

‘माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट’ ने उच्च न्यायालय का रुख कर उस अंतरिम निषेधाज्ञा आदेश को रद्द करने का निर्देश देने का अनुरोध किया है, जिसके तहत यह कहा गया था कि यदि कांग्रेस नेता जयराम रमेश, पवन खेड़ा और रागिनी नायक संबंधित पोस्ट नहीं हटाते है तो एक्स कॉर्प, गूगल इंडिया और मेटा प्लेटफॉर्म को इसे हटाना होगा।

यह अर्जी-सह-प्रत्युत्तर ‘एक्स’ द्वारा शर्मा के लंबित मुकदमे में दाखिल किया गया है, जिसमें उन्होंने सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ कथित आपत्तिजनक पोस्ट और वीडियो को हटाने तथा राजनीतिक नेताओं को उनके खिलाफ आरोप लगाने से रोकने का निर्देश देने का अनुरोध किया है।

न्यायमूर्ति मनमीत पी.एस. अरोड़ा ने एक नोटिस जारी किया और शर्मा से ‘एक्स’ की अर्जी पर जवाब दाखिल करने को कहा। उन्होंने मामले की अगली सुनवाई 22 अगस्त को तय की।

इस बीच, तीनों कांग्रेस नेताओं के वकील ने कहा कि उच्च न्यायालय के 14 जून के आदेश का पालन करते हुए वे उनके द्वारा लिखे गए सोशल मीडिया पोस्ट हटा देंगे।

हालांकि, वकील ने कहा कि पोस्ट हटाने से उनके अधिकारों और मामले के गुण-दोष पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।

न्यायमूर्ति अरोड़ा ने ‘एक्स’ को शुक्रवार शाम पांच बजे तक उन विशेष यूआरएल को ‘अनब्लॉक’ करने को कहा, जिनके बारे में उसने दावा किया है कि अदालत के आदेश के अनुपालन में उन्होंने ‘भौगोलिकता को ध्यान में रखकर ब्लॉक’ (जियो-ब्लॉक) किया है और कांग्रेस नेताओं को इस बारे में सूचित किया।

उच्च न्यायालय ने कहा कि सूचित किए जाने पर, नेताओं को शुक्रवार शाम सात बजे तक तत्काल ट्वीट हटा देने चाहिए।

भाषा प्रशांत सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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