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Sunday, 29 September, 2024
होमदेशउत्तर प्रदेश में 46 हजार अवैध लाउडस्पीकर हटाए गए, करीब 59 हजार की आवाज धीमी की गयी : एडीजी

उत्तर प्रदेश में 46 हजार अवैध लाउडस्पीकर हटाए गए, करीब 59 हजार की आवाज धीमी की गयी : एडीजी

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लखनऊ, 30 अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश में अभी तक धार्मिक स्थलों पर बिना अनुमति लगे करीब 46 हजार लाउडस्पीकर हटाए जा चुके हैं और वैध तरीके से लगे करीब 59 हजार लाउडस्पीकर (ध्वनि विस्तारक यंत्र) की आवाज धीमी की गयी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी ।

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि इस अभियान के तहत शनिवार सुबह तक कुल 45,733 लाउडस्पीकर हटाए गए हैं और 58,861 लाउडस्पीकर की ध्वनि अनुमेय सीमा के भीतर लाई गई। उन्होंने दावा किया कि बिना किसी भेदभाव के सभी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं।

अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि धार्मिक स्थलों से अनधिकृत लाउडस्पीकर हटाने और अन्य की आवाज को अनुमेय सीमा के भीतर निर्धारित करने के लिए एक राज्यव्यापी अभियान सोमवार, 25 अप्रैल से शुरू हुआ था।

उन्होंने बताया, ‘इस संबंध में 30 अप्रैल तक जिला स्तर के अधिकारियों से अनुपालन रिपोर्ट भी मांगी गई थी। अनुपालन रिपोर्ट जिला स्तर के अधिकारियों द्वारा भेजी जा रही है।’ अवस्थी ने बताया कि आने वाले दिनों में भी यह अभियान जारी रहेगा।’

कार्रवाई के बारे में आगे बताते हुए कुमार ने कहा, ‘जो लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं, वे अनधिकृत हैं। उन लाउडस्पीकर को अनधिकृत की श्रेणी में रखा गया है जिन्हें निर्धारित प्रक्रिया के तहत जिला प्रशासन की अनुमति लिए बिना लगाया गया है या जितने लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति दी गई है उसके अलावा ध्वनि विस्तारक यंत्र लगाए गए हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस अभियान के दौरान उच्च न्यायालय के आदेश पर भी गौर किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा पिछले हफ्ते वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक के दौरान दिए गए दिशा निर्देशों के आधार पर यह कार्रवाई की जा रही है।

योगी ने कहा था,”हर किसी को अपनी-अपनी धार्मिक आस्था के हिसाब से पूजा और इबादत करने की आजादी है, लेकिन लाउडस्पीकर की आवाज परिसर के बाहर नहीं जानी चाहिए ताकि दूसरे लोगों को कोई परेशानी न हो।”

भाषा जफर धीरज

धीरज

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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