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सोमवार, 28 अप्रैल, 2025
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ईडी ने एम्स में लावा के एमडी बनकर जांच कराने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया

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नयी दिल्ली, 17 मई (भाषा) दिल्ली पुलिस ने लावा इंटरनेशनल मोबाइल कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) बनकर एम्स में इकोकार्डियोग्राम जांच कराने के आरोप में शुक्रवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि नवल किशोर राम को तब पकड़ा गया जब वह मोबाइल फोन कंपनी लावा इंटरनेशनल लिमिटेड के एमडी हरिओम राय के नाम पर एम्स की ईसीएचओ प्रयोगशाला में अपनी इकोकार्डियोग्राम जांच करा रहा था।

‘इकोकार्डियोग्राम’ हृदय की एक अल्ट्रासाउंड छवि है। इससे डॉक्टरों को हृदय संबंधी कई समस्याओं का निदान करने में मदद मिल सकती है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राम के साथ-साथ राय, उनके बेटे प्रणय राय और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ बृहस्पतिवार को पुलिस में मामला दर्ज किया था।

राय को ईडी ने पिछले साल अक्टूबर में वीवो-इंडिया के खिलाफ मामले में धन शोधन के आरोप में गिरफ्तार किया था। उन्हें फरवरी में चिकित्सा आधार पर दिल्ली उच्च न्यायालय से तीन महीने की जमानत मिली थी।

राय ने हाल में इस आधार पर अपनी चिकित्सा जमानत की अवधि बढ़ाने के लिए उच्च न्यायालय के समक्ष एक आवेदन दायर किया था कि वह हृदय संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं।

इसके बाद अदालत ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में उनकी हृदय संबंधी स्वास्थ्य जांच का आदेश दिया और निर्देश दिया कि रिपोर्ट बृहस्पतिवार को उसके समक्ष रखी जाए।

एक सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ईडी अधिकारियों की एक टीम राय की मेडिकल जांच की निगरानी के लिए बृहस्पतिवार को एम्स पहुंची थी। वह हालांकि अपराह्न एक बजे तक उपस्थित नहीं हुए, जबकि इस अवधि के दौरान उन्हें तीन ईमेल भेजे गए थे।

सू्त्र ने बताया कि उनके बेटे ने एम्स में इंतजार कर रहे ईडी अधिकारियों को बताया कि राय ‘‘अस्वस्थ’’ हैं और जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचेंगे।

सूत्र ने बताया कि ईडी अधिकारी और एम्स कर्मचारी कार्डियोलॉजी ईसीएचओ प्रयोगशाला पहुंचे, जहां वे यह देखकर ‘‘हैरान’’ हो गए कि अदालत द्वारा जारी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके राय के नाम पर ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर एक अन्य व्यक्ति की जांच कर रहे थे।

उसने बताया कि बाद में राम के रूप में पहचाने गए व्यक्ति ने ‘‘शुरुआत में दावा किया’’ कि वह हरिओम राय है, लेकिन बाद में पूछताछ करने पर उसने ईडी अधिकारियों को अपना असली नाम बताया।

ईडी ने राम और उनके भतीजे को एम्स में हिरासत में लिया और बाद में उनकी व्यक्तिगत तलाशी ली गई और एक पंचनामा तैयार किया गया।

ईडी अधिकारियों ने प्राथमिकी में पुलिस को बताया, ‘‘उसे (राम को) अपना नाम हरिओम राय बताने का निर्देश दिया गया था।’’

ईडी ने राय, राम और अन्य पर ‘‘आपराधिक साजिश’’ का आरोप लगाया और राम को पुलिस को सौंप दिया, जिसने उसे शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया।

राम ने ईडी अधिकारियों को सूचित किया कि उसने आठ मई को राय के नाम पर इसी तरह की जांच कराई थी।

एजेंसी ने इस कथित धोखाधड़ी के बारे में बृहस्पतिवार को उच्च न्यायालय को सूचित किया, जिसके बाद राय की जमानत बढ़ाने से इनकार कर दिया गया और उन्हें न्यायिक हिरासत के तहत तिहाड़ जेल भेज दिया गया।

भाषा

देवेंद्र माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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