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Sunday, 29 September, 2024
होमदेशआंध्र प्रदेश की जनता ने राजग को राज्य को सही दिशा में ले जाने की जिम्मेदारी सौंपी: नायडू

आंध्र प्रदेश की जनता ने राजग को राज्य को सही दिशा में ले जाने की जिम्मेदारी सौंपी: नायडू

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अमरावती, 22 जून (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को कहा कि राज्य की जनता ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को राज्य को व्यवस्थित करने की जिम्मेदारी दी है। उन्होंने उन प्रमुख क्षेत्रों पर प्रकाश डाला जिन पर राज्य सरकार अगले पांच वर्षों में ध्यान केंद्रित करेगी।

नायडू ने 16वीं विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा, ”राजधानी शहर की स्थापना, पोलावरम परियोजना को पूरा करना, नदियों को आपस में जोड़ना, निवेश आकर्षित करना कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन पर सरकार को अगले पांच सालों में अधिक ध्यान देने की जरूरत है।”

पिछली वाईएसआरसीपी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि उसने सदन को अशिष्ट सभा में बदल दिया था।

उन्होंने दावा किया, “पिछले पांच वर्षों में पवित्र विधानसभा को गंदी राजनीति, व्यक्तिगत हमलों, चरित्र हनन का मंच बना दिया गया… वहां गालियां दी गईं, मजाक उड़ाया गया, बोलने के लिए माइक (माइक्रोफोन) न देकर लोगों का मुंह बंद कर दिया गया… कई समस्याएं थीं।”

उन्होंने वाईएसआरसीपी विधायकों द्वारा उनके परिवार के खिलाफ की गईं कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों को याद किया और बताया कि कैसे उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में ही सदन में लौटने का संकल्प लिया था।

नायडू ने उनका सम्मान बचाने के लिए जनता का आभार जताया और सदन को सम्मानजनक तरीके से चलाने का वादा किया।

नायडू के बाद कई अन्य सदस्यों ने सदन को संबोधित किया।

बाद में, अध्यक्ष सी. अय्यन्नापतरुदू ने नायडू, जनसेना प्रमुख पवन कल्याण, भाजपा नेताओं और उन्हें सर्वसम्मति से चुनने वाले सभी विधायकों को धन्यवाद दिया।

अय्यन्नापतरुदू ने सदस्यों को सदन में महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने की अनुमति देने का आश्वासन दिया। बाद में, अध्यक्ष ने दो दिवसीय सत्र को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया।

इससे पहले नरसीपट्टनम विधानसभा सीट से तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के विधायक अय्यन्नापतरुदू को सर्वसम्मति से राज्य विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया।

चूंकि, किसी अन्य विधायक ने सदन के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल नहीं किया था, इसलिए यह चुनाव महज औपचारिकता था।

विधानसभा महासचिव पीपीके रामाचार्युलु ने बताया कि शुक्रवार को अध्यक्ष पद के लिए केवल तीन नामांकन प्राप्त हुए थे और वे सभी अय्यन्नापतरुदू की ओर से थे।

मुख्यमंत्री नायडू और अन्य लोगों ने अय्यन्नापतरुदू को अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचाया।

अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद अय्यन्नापतरुदू ने नायडू से सदन को संबोधित करने का अनुरोध किया।

विधानसभा को पहली बार संबोधित करते हुए नायडू ने अध्यक्ष को बधाई दी और उनकी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वह तेलुगु भाषी राज्यों (आंध्र प्रदेश और तेलंगाना) के सबसे वरिष्ठ विधायकों में से एक हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘आप (अय्यन्नापतरुदू) जैसे पिछड़े वर्ग के नेता को अध्यक्ष के पद पर देखना बहुत खुशी की बात है। सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने जाने पर आपको मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं।’’

विधानसभा के पहले सत्र का दूसरा दिन सुबह 10:30 बजे शुरू हुआ। शुक्रवार को शपथ नहीं लेने वाले तीन नवनिर्वाचित विधायकों ने आज शपथ ली।

शुक्रवार को 172 विधायकों ने शपथ ली थी। इस बीच, वाईएसआरसीपी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी आज विधानसभा सत्र में शामिल नहीं हुए।

भाषा जोहेब संतोष

संतोष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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