बेंगलुरु, 27 अप्रैल (भाषा) बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन और बहुभाषी फिल्म अभिनेता किच्चा सुदीप के बीच ट्विटर पर ‘दोस्ताना बहस’ देखने को मिली। बहस का विषय था, ‘‘हिंदी राष्ट्र भाषा है या नहीं।’’
हालांकि सुदीप ने स्पष्ट कर दिया कि उन्होंने जिस संदर्भ में बयान दिया था उसका मतलब पूरी तरह उससे अलग है, जो लोग समझ रहे हैं। अभिनेता ने कहा कि उनकी मंशा किसी को उकसाने या ठेस पहुंचाने या कोई बहस शुरू करने की नहीं थी।
बेंगलुरु में तीन दिन पहले फिल्म ‘‘केजीएफ-2’’ की सफलता को लेकर आयोजित एक समारोह के दौरान कार्यक्रम के संचालक के एक बयान पर सुदीप ने कहा था ‘‘हिंदी अब राष्ट्रीय भाषा नहीं रही।’’
संचालक ने कहा था कि कन्नड़ फिल्म ‘‘केजीएफ-2’’ का देशव्यापी असर देखने को मिला। इस पर सुदीप ने कहा, ‘‘आप ने कहा कि कन्नड़ फिल्म केजीएफ-2 का देशव्यापी प्रभाव रहा। लेकिन मुझे थोड़ा सुधार करने दीजिये, हिंदी अब राष्ट्रभाषा नहीं रही।’’
लेकिन इस पर अभिनेता अजय देवगन ने कहा, ‘‘किच्चा सुदीप, मेरे भाई, आपके अनुसार हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा नहीं है, तब आप अपनी मातृ भाषा में बनी फिल्म को हिंदी में डब करके क्यों रिलीज कर रहे हैं। हिंदी थी, है और हमेशा हमारी मातृ भाषा और राष्ट्रभाषा रहेगी, जन गण मन।’’
इस पर सुदीप ने जवाब दिया, ‘‘अजय देवगन सर, जिस संदर्भ में मैंने उक्त बयान दिया, मुझे लगता है कि वह पूरी तरह उससे अलग है, जिस रूप में यह आप तक पहुंचा। यह बयान किसी को ठेस पहुंचाने, उकसाने या कोई बहस शुरू करने के लिये नहीं दिया गया था।’’
सुदीप ने आगे कहा कि वह देश की हर भाषा का सम्मान करते हैं और उम्मीद करते हैं कि जल्द ही उनसे (अजय देवगन से) मिलेंगे। इसके जवाब में देवगन ने ट्वीट किया,‘‘किच्चा सुदीप, आप मित्र हैं, गलतफहमी दूर करने के लिए धन्यवाद। मैं हमेशा से फिल्म उद्योग को एक समझता रहा हूं। हम हर भाषा का सम्मान करते हैं और उम्मीद करते हैं कि हर व्यक्ति हमारी भाषा का भी सम्मान करे। शायद अनुवाद में कुछ गुम हो गया था।’’
भाषा संतोष मनीषा
मनीषा
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