नई दिल्ली: मुस्लिम समुदाय के लोगों का आपस में लड़ते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब धड़ल्ले से शेयर किया जा रहा है. इसके साथ जुड़े झूठे दावे के अनुसार वीडियो पश्चिम बंगाल से है.
गोपाल गोस्वामी, जिन्होंने अपनी ट्विटर प्रोफाइल पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वेबसाइट को लिंक किया है, ने बुधवार को ही इस आपत्तिजनक वीडियो को ट्वीट किया.
A seen in your neighbourhood sooner than you imagined…..
Think before you vote!
Your one wrong vote can turn this country into Islamic nation very soon @Swamy39 @ippatel @KapilMishra_IND @narendramodi @ShefVaidya @girirajsinghbjp @HKupdate pic.twitter.com/PTXNhZpMWB— Gopal Goswami (@gopugoswami) January 9, 2019
उनके ट्वीट का हिंदी अनुवाद कहता है, ‘आपके पड़ोस का नज़ारा, कल्पना से बहुत पहले ही हो गया… आपके वोट का धन्यवाद! आपके वोट जल्द ही इस देश को एक इस्लामिक राष्ट्र बना देंगे’
गोस्वामी के ट्वीट ने प्रत्यक्ष रूप से यह तो नहीं बताया कि यह वीडियो कहां का है, लेकिन वीडियो के ही जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया कि यह वीडियो ‘बंगाल’ का है.
It’s Bengal
— Gopal Goswami (@gopugoswami) January 9, 2019
दरअसल, यह वीडियो बांग्लादेश का है और पहली दिसंबर 2018 को शूट हुआ था, तब तब्लीगी जमात के गुटों में आपस में ही भयंकर लड़ाई हो गई थी.
गोस्वामी के इस वीडियो को 290 से भी ज़्यादा लोगों ने रीट्वीट किया और इस रिपोर्ट के छप जाने तक लगभग 3000 लोगों ने इस वीडियो को देख भी लिया. अपने इस ट्वीट को बड़ी संख्या तक पहुंचाने के लिए उन्होंने नामी-गिरामी दक्षिणपंथी जैसे शेफाली वैद्य, प्रशांत पटेल उमराव, कपिल मिश्रा को तो टैग किया ही और इसी के साथ-साथ वे भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी टैग कर बैठे.
इसके बाद ही प्रशांत पटेल उमराव, जिनका ट्विटर पर वेरिफ़िएड अकाउंट भी है, ने इस वीडियो को रीट्वीट किया. इस वीडियो को कई लोगों ने अभद्र टिप्पणी डालते हुए रीट्वीट भी किया.
बांग्लादेश के प्रमुख अंग्रेज़ी अखबार डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार यह लड़ाई बांग्लादेश के गाज़ीपुर जिले के टंगी क्षेत्र में स्थित इज्तेमा मैदान में हुआ था. घटना 1 दिसंबर 2018 की है, जब तब्लीगी जमात के दो गुट मुसलमानों बिस्वा इज्तेमा के लिए स्थान के संचालन को लेकर बुरी तरह भिड़ गए. आपको बता दें कि बिस्वा इज्तेमा मुसलमान समुदाय की होने वाली कई बड़ी सभाओं में से एक हैं. ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इस भिड़ंत में एक व्यक्ति की मौत हुई थी और 200 लोग ज़ख़्मी भी हो गए थे.
SM Hoaxslayer के सहयोग के साथ
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