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Friday, 26 April, 2024
होमहेल्थकरीब 1.3 करोड़ भारतीयों को लग चुका है कोविड वैक्सीन, जानिए किन राज्यों में टीकाकरण की रफ्तार है धीमी

करीब 1.3 करोड़ भारतीयों को लग चुका है कोविड वैक्सीन, जानिए किन राज्यों में टीकाकरण की रफ्तार है धीमी

कुछ ऐसे राज्य जिन पर बोझ ज़्यादा है, संचयी टीकाकरण के मामले में तो अच्छा कर रहे हैं, लेकिन प्रति दस लाख पर टीकों की संख्या, और ऊंचे मृत्यु अनुपात के मामलों में, वो निचली रेंज में हैं.

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नई दिल्ली: भारत में टीकाकरण अभियान शुरू हुए, एक महीने से अधिक हो गया है, और इस दौरान सबसे अधिक कोविड-19 टीके, उत्तर प्रदेश में लगाए गए हैं- जो देश भर की संख्या का 10 प्रतिशत है. लेकिन प्रति दस लाख की आबादी पर टीकों की संख्या के मामले में, उसकी दरें सबसे नीची हैं.

दस लाख की आबादी पर 20,185 टीकों के साथ, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली इस श्रेणी में शीर्ष पांच राज्यों में है. इस बीच बिहार में, प्रति दस लाख आबादी प, सबसे कम, 4,814 टीके लगाए गए हैं.

भारत ने अपना कोविड टीकाकरण अभियान, 16 जनवरी को शुरू किया था. फिलहाल इस अभियान का फोकस, स्वास्थ्य सेवा और फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं, लेकिन 1 मार्च आते ही प्रतिभागियों की दो और श्रेणियां, टीका लगवाने की पात्र हो जाएंगी- जो लोग 60 वर्ष से अधिक के हैं, और वो लोग जो 45 से ऊपर के हैं, लेकिन जिन्हें दूसरी बीमारियां हैं.

भारतीय टीकाकरण अभियान में दो वैक्सीन्स शामिल हैं, कोविशील्ड और कोवैक्सीन. दोनों में प्राप्तकर्त्ताओं को दो ख़ुराक लेनी होती हैं, जो चार हफ्ते के अंतराल से दी जाती हैं.

अभी तक कुल 1,26,71,163 – या 1.3 करोड़ भारतीयों- को कोविड-19 के खिलाफ टीके लगाए जा चुके हैं.

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टीकाकरण के राज्यवार आंकड़ों पर नज़र डालने पर, कुछ रोचक बातें सामने आती हैं. कुछ राज्य जिनमें कोविड-19 के सबसे अधिक मामले हैं, टीकाकरण अभियान में भी आगे चल रहे हैं. कम से कम दो राज्यों में, जहां केस मृत्यु अनुपात अपेक्षाकृत ऊंचा है, वहां टीकाकरण की संख्या भी कम है.

कोविड मामलों की तालिका में, महाराष्ट्र देश में सबसे ऊपर है. 25 फरवरी तक, राज्य में 21,29, 821 मामले दर्ज हो चुके थे. मामलों की संख्या में शीर्ष 10 राज्य हैं, केरल (10,48,687), कर्नाटक (9,49,636), आंध्र प्रदेश (8,89,585), तमिलनाडु (8,50,096), दिल्ली 6,38,593), उत्तर प्रदेश (6,03,232), पश्चिम बंगाल (5,74,500), ओडिशा (3,37,018), और राजस्थान (3,19,929).

इस रिपोर्ट में उन लोगों की संख्या दी गई है, जिन्हें अभी तक पहली ख़ुराक मिल चुकी है. ये आंकड़े कोविड19 इंडिया.ओआरजी के डैशबोर्ड और राज्य-वार से लिए गए हैं, जिसे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने संकलित किया है.


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सबसे अधिक संचयी टीकाकरण वाले राज्य

25 फरवरी तक उत्तर प्रदेश में, 12,26,775 लोगों को टीके लगाए जा चुके थे- जो किसी भी दूसरे राज्य या यूटी से अधिक है. महाराष्ट्र (10,87,111) दूसरे नंबर पर है, जिसके बाद राजस्थान (9,31,222), गुजरात (9,10,683), पश्चिम बंगाल (8,86,491), कर्नाटक (7,65,669), मध्यप्रदेश (7,24,350), बिहार (6,00,795), आंध्र प्रदेश (5,92,903), और ओडिशा (5,84,948) हैं.

लक्षद्वीप में संचयी टीकाकरण संख्या सबसे कम, 2,982 दर्ज की गई है. दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव, 7,425 के साथ दूसरे सबसे कम हैं. नीचे के बाक़ी पांच में, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह (7,762), लद्दाख़ (8,947), तथा पुदुचेरी (10,459) हैं.

प्रति 10 लाख सबसे अधिक टीकाकरण वाले राज्य

सबसे कम संचयी संख्या वाला लक्षद्वीप, प्रति दस लाख आबादी पर, 40,760 टीकों के साथ पहले नंबर पर है, जिसका एक कारण इसकी कम आबादी कही जा सकती है. द्वीपों के समूह लक्षद्वीप की आबादी, सभी राज्यों व केंद्र-शासित क्षेत्रों में सबसे कम है.

प्रति दस लाख आबादी पर, सबसे अधिक टीकों के मामले में, दूसरे स्थान पर लद्दाख़ (30,956) है, जिसके बाद त्रिपुरा (24,641), सिक्किम (24,528), और दिल्ली (20,185) हैं. लिस्ट में छठे स्थान पर मिज़ोरम (19,103) है.

प्रति दस लाख आबादी पर, सबसे कम टीके 4,814 बिहार में दर्ज किए गए. उत्तर प्रदेश में- जो संचयी संख्या में सबसे ऊपर है- ये दर सबसे कम, 5,157 टीके प्रति दस लाख है. शीर्ष के बाक़ी पांच में, तमिलनाडु (5,329), असम (5,488), और पंजाब (5,530) हैं.

सबसे अधिक संक्रमण वाले राज्य

कोविड-19 मामलों की तालिका के शीर्ष 10 राज्यों- महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिल नाडु, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, और राजस्थान- में से सात सूबे, टीकों की संचयी संख्या के मामले में भी ऊपर हैं. ये सूबे हैं उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, ओडिशा और आंध्र प्रदेश.

कोविड-19 मामलों की ऊंची संख्या दर्ज करने के बाद भी, केरल और तमिलनाडु में टीकों की संख्या, अपेक्षाकृत कम दर्ज की गई है. 25 फरवरी तक केरल में संचयी संख्या 4,93,269, और तमिलनाडु में 4,14,827 है.

ऊंची कोविड मृत्यु दर वाले राज्य

भारत की औसत केस मृत्यु दर 1.4 प्रतिशत है- जिसका मतलब है कि भारत के सभी कोविड मामलों में, 1.4 प्रतिशत मरीज़ों की मौत हुई है.

राज्यों में, पंजाब में सबसे अधिक केस मृत्यु दर, 3.2 प्रतिशत दर्ज की गई है. उसके बाद भी, संचयी टीकाकरण के मानदंड पर, 36 राज्यों व यूटीज़ में, वो 20वें स्थान पर है.

लेकिन महाराष्ट्र में, जहां दूसरी सबसे अधिक केस मृत्यु दर 2.4 प्रतिशत है, दूसरी सबसे अधिक संचयी टीकाकरण संख्या दर्ज की गई है. 2.2 प्रतिशत केस मृत्यु दर के साथ सिक्किम, संचयी टीकाकरण के मामले में 31वें स्थान पर है.

क्या समृद्ध राज्य/UTs अधिक टीके लगा रहे हैं?

इस अनुभाग के लिए, दिप्रिंट ने ऐसे 15 राज्यों तथा केंद्र-शासित क्षेत्रों को लिया, जहां देश में सबसे अधिक प्रति व्यक्ति आय दर्ज की गई है. ये हैं (घटते क्रम में)- गोवा, सिक्किम, दिल्ली, चंडीगढ़, हरियाणा, पुदुचेरी, कर्नाटक, तेलंगाना, केरल, उत्तराखंड, गुजरात, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, पंजाब.

गोवा में सबसे अधिक प्रति व्यक्ति आय है, 4,30,081 रुपए, लेकिन प्रति दस लाख आबादी पर टीकों के मामले में, वो 20वें स्थान पर है.

3,80,926 रुपए प्रति व्यक्ति आय के साथ सिक्किम दूसरे स्थान पर है, लेकिन प्रति दस लाख आबादी पर टीकों की संख्या में, वो चौथे स्थान पर है

15 राज्यों तथा केंद्र-शासित क्षेत्रों में, केवल सिक्किम और दिल्ली में, प्रति दस लाख आबादी पर, टीकाकरण की दर ऊंची पाई गई. कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र में संचयी टीकाकरण की संख्या तो अधिक है, लेकिन प्रति दस लाख आबादी पर ये संख्या कम है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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