शिमला: केंद्र कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयार है और इसके लिए 23,123 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि तीसरी लहर के बच्चों को अधिक प्रभावित करने की आशंका के बीच बाल चिकित्सा देखभाल ढांचे को मजबूत करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है.
गृह राज्य हिमाचल प्रदेश में पांच दिनी ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ पर आए ठाकुर ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में ये बातें कहीं. पिछले महीने केंद्रीय मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण के बाद यह राज्य का उनका पहला दौरा है.
युवा मामलों एवं खेल मंत्रालय का प्रभार भी संभाल रहे ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयार है. इसके लिए 23,123 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.
उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों द्वारा तीसरी लहर में बच्चों के अधिक प्रभावित होने की आशंका जताई जाने के बीच विशेष जोर बाल चिकित्सा देखभाल व्यवस्था को मजबूत करने पर दिया जा रहा है. केंद्र ने मुफ्त कोविड टीकाकरण के लिए भी 35,000 करोड़ रुपये अलग रखे हैं.
कुछ विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि कोविड-19 की तीसरी लहर बच्चों को अधिक प्रभावित कर सकती है, जबकि अन्य ने कहा है कि इस विचार पर विश्वास करने का कोई कारण नहीं है. हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि देश में बाल चिकित्सा कोविड सेवाओं में सुधार की जरूरत है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में अब तक कोविड-19 के 3,23,58,829 मामले आ चुके हैं और बीमारी के कारण 4,33,589 मौतें हुई हैं.
ठाकुर ने कहा कि जब देश में वैश्विक महामारी की दूसरी लहर आई थी किसी को नहीं पता था कि ऑक्सीजन सिलेंडरों की जरूरत पड़ेगी. अब, देश में बहुत सारे ऑक्सीजन सिलेंडर हैं. उन्होंने कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि उन्हें प्रधानमंत्री मोदी जैसे दूरदर्शी नेता के तहत काम करने का मौका मिला है.
राज्य मंत्री सुरेश भारद्वाज और शिमला के सांसद सुरेश कश्यप के साथ यात्रा पर निकले ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विभिन्न स्वास्थ्य क्षेत्र की परियोजनाओं पर कुल 4,200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि ऊना में पीजीआई उपग्रह केंद्र पर भी 437 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
हिमाचल प्रदेश के लिए अपने दृष्टिकोण को साझा करते हुए ठाकुर ने कहा कि अगले 10 वर्षों में राज्य की कला और संस्कृति को न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी बढ़ावा दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की कला और संस्कृति को बढ़ावा देने और प्रदर्शित करने की आवश्यकता है जो किन्नौर की केतली से लेकर चंबा के ‘थाल’ एवं रूमाल तक और कांगड़ा के चित्रों से लेकर विभिन्न क्षेत्रों के ‘नाटी’ (नृत्य) तक अलग-अलग है.
उन्होंने कहा कि जहां तक पहाड़ी राज्य की लोककथाओं का संबंध है, इसके मधुर संगीत का विशेष महत्व है.
शिमला में खेल स्टेडियम बनाने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ठाकुर ने कहा कि उन सभी जगहों पर स्टेडियम बनाए जाएंगे जहां इसके लिए जमीन उपलब्ध होगी.
एक सवाल के जवाब में, ठाकुर ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस 2024 तक अपने अध्यक्ष का चुनाव कर लेगी.’
राज्य की राजनीति में शामिल होने की योजना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह अपनी वर्तमान जिम्मेदारी से खुश हैं और केंद्रीय मंत्री के रूप में अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए वह हिमाचल प्रदेश के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं वह करेंगे.
ठाकुर ने बृहस्पतिवार को सोलन जिले के परवानू से अपनी ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ शुरू की. वह पहाड़ी राज्य के चार लोकसभा क्षेत्रों और आठ जिलों के 37 विधानसभा क्षेत्रों में 623 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे.
इससे पहले दिन में ठाकुर ने यहां पीटरहॉफ में ‘फिट इंडिया रन’ को झंडी दिखाकर रवाना किया. कार्यक्रम का आयोजन नेहरू युवा केंद्र द्वारा किया गया था.
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