नई दिल्ली: भारत में अभी भी बहुत कम लोग मास्क लगा रहे हैं और केवल 2 प्रतिशत लोगों ने अपने इलाक़े में मास्क लगाने की बात कही है जबकि क़रीब 30 प्रतिशत लोगों का कहना है कि उनके इलाक़े के लोग बाहर निकलते समय मास्क नहीं लगाते- ये ख़ुलासा एक कम्यूनिटी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मलोकल सर्कल्स के एक सर्वे में हुआ है जिसके नतीजे शनिवार को जारी किए गए.
ये निष्कर्ष कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट की बढ़ती चिंता के बीच आए हैं जिसे 500 प्रतिशत ज़्यादा संक्रामक माना जा रहा है.
सर्वे को देश भर के 364 ज़िलों से 25,000 से अधिक लोगों के जवाब मिले हैं. उत्तरदाताओं से पूछा गया था कि नए वेरिएंट के ख़तरे को देखते हुए उनके क्षेत्र में कितने लोग मास्क लगा रहे हैं.
जवाब में दो प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनके इलाक़ों में लोग मास्क के नियमों का अच्छे से पालन कर रहे हैं जबकि 8 प्रतिशत ने कहा कि कोई पालन नहीं हो रहा है. इस बीच 19 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि उनके क्षेत्र में 0-30 प्रतिशत लोग मास्क लगा रहे हैं. वहीं, 32 प्रतिशत ने कहा कि 30-60 प्रतिशत इसका पालन कर रहे हैं और 39 प्रतिशत ने कहा कि 60-90 प्रतिशत लोग मास्क लगा रहे हैं.
ये निष्कर्ष ऐसे समय आए हैं जब भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट का चौथा केस सामने आया है जिस समय मुम्बई के पास कल्याण डोम्बीवली नगरपालिका क्षेत्र का एक 33 वर्षीय व्यक्ति जो दक्षिण अफ्रीका से दुबई के रास्ते दिल्ली पहुंचा और फिर फ्लाइट लेकर मुम्बई आया था वो टेस्ट में वेरिएंट के लिए पॉज़िटिव पाया गया है.
इससे पहले गुजरात का एक व्यक्ति जो ज़िम्बावे से लौटा था. वो भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाया जाने वाला तीसरा आदमी बन गया. पहले दो संक्रमण कर्नाटक में पाए गए थे और उन दोनों मरीज़ों के पूरे टीके लगे हुए थे.
इसी हफ्ते वेरिएंट को लेकर बढ़ती चिंता के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र-शासित क्षेत्रों को टेस्टिंग बढ़ाने के लिए सतर्क किया था.
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3 में से 1 भारतीय बाहर निकलते हुए मास्क नहीं लगाता
सर्वे में ये भी पता चला कि 3 में से 1 भारतीय अपने घर से बाहर निकलते समय मास्क नहीं लगाते.
ये पूछे जाने पर कि क्या उनके इलाक़े के लोगों को मास्क लेकर चलने और उन्हें लगाने की आदत है. इसपर 34 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि ज़्यादातर लोग मास्क लेकर नहीं चलते और 23 प्रतिशत ने कहा कि अधिकांश लोग मास्क रखकर चलते हैं लेकिन उसे पहनते नहीं हैं.
इस बीच पांच प्रतिशत ने कहा कि अधिकतर लोग मास्क रखते हैं और उसे सही से लगाते हैं जबकि 38 प्रतिशत ने कहा कि ज़्यादातर लोगों के पास मास्क होता है लेकिन वो उसे ठीक से पहनते नहीं हैं.
3 में से 2 भारतीय कपड़े का मास्क पसंद करते हैं
सर्वे में ये भी पता चला कि 63 प्रतिशत भारतीय यानी 3 में से 2 लोग कपड़े का मास्क पहनते हैं.
ये पूछे जाने पर कि वो लोगों को किस तरह के मास्क पहने हुए देखते हैं.इसपर 21 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा डिस्पोज़ेबल मास्क 8 प्रतिशत ने कहा एन-95 मास्क जबकि 3-3 प्रतिशत ने केएन-95 या डब्लू-95 मास्क बताया.
अप्रैल के बाद से मास्क लगाने में भारी कमी
निष्कर्षों में पता चला है कि मास्क के पालन को लेकर लोगों की धारणा में काफी कमी आई है.
इसी प्लेटफॉर्म द्वारा अप्रैल में कराए गए एक सर्वे में पता चला था कि 29 प्रतिशत भारतीयों ने कहा था कि उनके क्षेत्र में मास्क का पालन काफी अधिक है. सितंबर में वो घटकर 12 प्रतिशत आ गई और नवंबर में और नीचे गिरकर 2 प्रतिशत पर आ गई.
सर्वे के नमूने में 69 प्रतिशत पुरुष और 31 प्रतिशत महिलाएं थीं. इकतालीस प्रतिशत उत्तरदाता टियर 1 शहरों से थे, 30 प्रतिशत टियर 2 से, 29 प्रतिशत टियर 3, 4 और ग्रामीण ज़िलों से थे.
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