नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत में महज 19 दिन के भीतर लगभग 45 लाख लोगों को कोविड-19 रोधी टीका लगाया जा चुका है.
भारत 18 दिन के भीतर 40 लाख लोगों को टीका लगाकर सबसे तेज गति से टीकाकरण करने वाला देश बन गया है.
मंत्रालय ने कहा, ‘कई अन्य देशों को ऐसा करने में 65 दिन लगे थे। भारत ने 16 जनवरी को राष्ट्रव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान शुरू किया था। टीकाकरण कराने वाले लोगों की संख्या में हर रोज वृद्धि हो रही है.’
इसने कहा कि पिछले 24 घंटे में 8,041 सत्रों में 3,10,604 लोगों को कोविड-19 रोधी टीका लगाया गया और अब तक कुल 84,617 टीकाकरण सत्र आयोजित किए गए हैं.
मंत्रालय ने कहा कि देश में 19 दिन के भीतर 44,49,552 लोगों को कोविड-19 रोधी टीका लगाया गया है.
भारत में महामारी के उपचाराधीन मरीजों की संख्या गिरकर अब 1,55,025 रह गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का महज 1.44 प्रतिशत है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में अब तक की दैनिक संक्रमण दर 1.82 प्रतिशत है.
इसने कहा, ‘भारत में पिछले कुछ हफ्तों (19 दिन) से दैनिक संक्रमण दर दो प्रतिशत से नीचे बनी हुई है.’
देश में महामारी को मात देने वालों की कुल संख्या 1,04,80,455 हो गई है.
मंत्रालय ने रेखांकित किया, ‘देश में महामारी से उबरने की दर बढ़कर 97.13 प्रतिशत हो गई है। अब तक ठीक हो चुके लोगों की संख्या उपचाराधीन मरीजों की संख्या से 67.6 गुना अधिक है.’
इसने कहा कि महामारी से उबरने के नए मामलों में से 86.04 प्रतिशत मामले छह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से हैं.
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक 7,030 लोगों ने महामारी को शिकस्त दी है, जबकि केरल में 6,380 और तमिलनाडु में इस अवधि में महामारी के 533 मरीज ठीक हुए हैं.
मंत्रालय ने कहा कि संक्रमण के नए मामलों में से 84.67 प्रतिशत मामले भी छह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से हैं.
केरल में लगातार संक्रमण के सर्वाधिक नए मामले सामने आ रहे हैं जहां पिछले 24 घंटे में 6,356 नए मामले सामने आए हैं. इस अवधि में महाराष्ट्र में 2,992 और तमिलनाडु में संक्रमण के 514 नए मामले सामने आए हैं.
कोरोनावायरस संक्रमण से मौत के नए मामलों में से 71.03 प्रतिशत मामले छह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से ही हैं.
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक 30 लोगों की मौत हुई है, जबकि केरल में 20 और पश्चिम बंगाल तथा छत्तीसगढ़ में सात-सात लोगों की मौत हुई है.
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