scorecardresearch
Thursday, 25 April, 2024
होमहेल्थFDA द्वारा स्वीकृत दवा ‘टेइकोप्लानिन’ COVID-19 के उपचार में ज्यादा असरदार पाई गई : IIT DELHI

FDA द्वारा स्वीकृत दवा ‘टेइकोप्लानिन’ COVID-19 के उपचार में ज्यादा असरदार पाई गई : IIT DELHI

संस्थान के कुसुमा स्कूल ऑफ बायलॉजिकल साइंस के अनुसंधान में 23 स्वीकृत दवाओं के संयोजन का अध्ययन किया गया, जिसमें कोरोना वायरस के उपचार विकल्प होने के संकेत मिले.

Text Size:

नई दिल्ली : आईआईटी, दिल्ली के एक अनुसंधान में पता चला है कि कोविड-19 के उपचार के लिए क्लिनिकल रूप से स्वीकृत दवा ‘टेइकोप्लानिन’ एक प्रभावी विकल्प हो सकती है और इस समय इस्तेमाल की जा रही अन्य अनेक दवाओं से दस गुना तक अधिक असरदार हो सकती है.

संस्थान के कुसुमा स्कूल ऑफ बायलॉजिकल साइंस के अनुसंधान में 23 स्वीकृत दवाओं के संयोजन का अध्ययन किया गया, जिसमें कोरोना वायरस के उपचार विकल्प होने के संकेत मिले.

आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर अशोक पटेल ने कहा, ‘टेइकोप्लानिन की तुलना जब इस्तेमाल में लाई जा रही अन्य महत्वपूर्ण दवाओं से की गई तो हमारी प्रयोगशाला की परिस्थितियों में सार्स-सीओवी-2 के खिलाफ लोपिनाविर और हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन जैसी दवाओं के तुलना में टीकोप्लानिन 10 से 20 गुना अधिक प्रभावी पाई गई.’


यह भी पढ़ें : बोस्टन यूनिवर्सिटी की स्टडी में दावा- विटामिन D की पर्याप्त मात्रा घटा सकती है COVID की गंभीरता


अनुसंधान में पटेल को एम्स के डॉ प्रदीप शर्मा की भी मदद मिली. इसका प्रकाशन ‘इंटरनेशनल जर्नल ऑफ बायलॉजिकल मैक्रोमॉलिक्यूल्स’ में भी किया गया है.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

टेइकोप्लानिन एफडीए से स्वीकृत ग्लाइकोपेप्टाइड एंटीबायोटिक है जिसका उपयोग निम्न विषाक्तता वाले ग्राम पॉजिटिव बैक्टीरिया संक्रमण के उपचार के लिए किया जाता है.

पटेल ने कहा, ‘हाल ही में रोम की सैपियेंजा यूनिवर्सिटी में टेइकोप्लानिन के साथ एक क्लिनिकल अध्ययन किया गया. बहरहाल, कोविड-19 के उपचार के लिए टीकोप्लानिन की निश्चित भूमिका का पता लगाने के लिए मामूली, मध्यम और गंभीर स्तर के रोगियों के एक बड़े वर्ग पर विस्तृत क्लिनिकल जांच जरूरी है.’

share & View comments