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Sunday, 22 December, 2024
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त्यौहारी सीज़न की चेतावनी- गणेश चतुर्थी और ओणम के बाद, 4 राज्यों में दिखा कोविड में उछाल

एसबीआई रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और केरल में, 50-60 प्रतिशत कोविड मामले, अगस्त में इन त्योहारों के बाद सामने आए.

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नई दिल्ली: भारत के चार प्रांतों में, अगस्त में गणेश चतुर्थी और ओणम त्यौहारों के बाद, कोविड-19 के मामलों में भारी उछाल देखा गया. अक्तूबर और नवंबर में, नवरात्रि-दुर्गा पूजा-दशहरा-दीवाली-छठ के त्यौहारी सीज़न से पहले, केंद्र और राज्य सरकारों के लिए ये एक चेतावनी भरा संकेत है.

आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र ने 22 अगस्त को गणेश चतुर्थी मनाई और भारतीय स्टेट बैंक की ओर से बृहस्पतिवार को जारी एक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, आंध्र में त्यौहार के बाद 2.93 मामले दर्ज किए गए, जो प्रांत में सामने आए कुल मामलों का 76 प्रतिशत था. महाराष्ट्र के लिए ये आंकड़ा 3.7 लाख (राज्य के कुल मामलों का 46 प्रतिशत), और तेलंगाना में 62,000 (कुल मामलों का लगभग आधा) था.

Infographic: Soham Sen | ThePrint
सोहम सेन का चित्रण | दिप्रिंट

केरल में, जो जनवरी में कोविड केस रिपोर्ट करने वाला देश का पहला राज्य बना था, ओणम के बाद 1.38 लाख नए मामले सामने आए.

केरल सरकार ने सितंबर के पहले हफ्ते में ही इस बात की संभावना जताई थी, कि ओणम की वजह से कोविड मामलों में, तेज़ी से उछाल आ सकता है. सीएम पिनारई विजयन ने चेतावनी दी थी कि ओणम त्यौहार के बाद सूबे में कोविड के नए क्लस्टर्स बन सकते हैं.

विजयन ने कहा था, ‘…बढ़ी हुई बाहरी गतिविधियों और त्यौहार के समय यात्राओं की वजह से, हमें राज्य में ओणम क्लस्टर्स बनते हुए दिख सकते हैं. हम कोविड मामलों में बढ़ोतरी की अपेक्षा कर सकते हैं’.

कोविड मामलों में उछाल के लिए, केरल सरकार ने गोल्ड तस्करी मामले में, सरकार विरोधी प्रदर्शनों को भी ज़िम्मेदार ठहराया था.

त्यौहारी सीज़न के लिए तैयारी

इन चार प्रांतों की प्रवृत्तियां, अक्तूबर-नवंबर के त्यौहारी सीज़न से पहले, दूसरे राज्यों के लिए ख़तरे की घंटी बजा रही हैं, चूंकि नवरात्रि, दुर्गा पूजा, दशहरा, दिवाली और छठ पूजा के मौक़ों पर, अपेक्षा की जा रही है, कि ख़रीदारी और जश्न के लिए, लोग भारी संख्या में अपने घरों से बाहर निकलेंगे.

एसबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘जो राज्य त्यौहार मना चुके हैं (गणेश चतुर्थी और ओणम), उनके यहां लोगों के घर से बाहर निकलने के कारण, कोविड मामलों और मौतों में ख़ासा इज़ाफा देखा गया है. इसलिए चिंता बढ़ रही है, कि अगर एहतियात न बरती गई, तो अक्तूबर में दुर्गा पूजा के बाद, पश्चिम बंगाल में कोविड मामले बढ़ सकते हैं’.

नरेंद्र मोदी सरकार ने भी चेतावनी दी है कि त्यौहारी सीज़न की वजह से मामलों में उछाल आ सकता है. सरकार ने लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है.

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार 8 अक्तूबर तक भारत में, 68.3 लाख से अधिक कोविड मामले दर्ज हो चुके हैं. सबसे अधिक मामले-14.8 लाख- महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं.

बृहस्पतिवार को पीएम मोदी ने एक विशाल जन आंदोलन अभियान की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य त्यौहारी सीज़न, और इकोनॉमी के फिर से खुलने से पहले, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथों की सफाई के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.

ये अभियान ऐसे समय शुरू हुआ है, जब स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है, कि भारत के कोविड मामले शायद सितंबर में पीक पर पहुंच गए हैं, और अब आर्थिक रिकवरी शुरू होने का समय आ गया है.

2020-21 की पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था, रिकॉर्ड 23.9 प्रतिशत सिकुड़ गई, और इसके दूसरी तिमाही में भी सिकुड़ने की संभावना है, लेकिन वो सिकुड़न कम रहेगी.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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