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Wednesday, 1 January, 2025
होमहेल्थ2024 में दिल्ली में रहे सबसे ज़्यादा स्वच्छ वायु वाले दिन, AQI रहा ‘अच्छा-मध्यम’ के बीच

2024 में दिल्ली में रहे सबसे ज़्यादा स्वच्छ वायु वाले दिन, AQI रहा ‘अच्छा-मध्यम’ के बीच

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के अनुसार, 2024 में रिकॉर्ड 209 दिन ऐसे रहे, जब AQI 200 से नीचे रहा. हालांकि, कुछ महीनों में सूचकांक खतरनाक रूप से उच्च स्तर पर पहुंच गया.

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नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने मंगलवार को कहा कि 2024 में दिल्ली में सबसे ज़्यादा स्वच्छ वायु वाले दिन दर्ज किए गए, जब वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 200 से नीचे चला गया.

CAQM के एक बयान में कहा गया है, “साल भर सभी हितधारकों के निरंतर, ठोस और लगातार प्रयासों ने दिल्ली में सामान्य वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मदद की है, जैसा कि 2024 के दौरान रिकॉर्ड 209 दिनों से स्पष्ट है, जब AQI 200 से नीचे चला गया, यानी “अच्छा-मध्यम” वायु गुणवत्ता श्रेणी में रहा.”

आयोग ने कहा कि 2020 को छोड़कर — जिसमें कोविड महामारी के दौरान लॉकडाउन और अन्य प्रतिबंधों के कारण बहुत कम मानवजनित, औद्योगिक और वाणिज्यिक गतिविधियों का लंबा दौर देखा गया — 2024 में सबसे अधिक “अच्छे से मध्यम” वायु गुणवत्ता वाले दिन दर्ज किए गए.

शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच को ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच को ‘खराब’, 301 से 400 के बीच को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है.

CAQM विश्लेषण से पता चला है कि 2018 के बाद से, दिल्ली ने फरवरी और दिसंबर 2024 में सबसे ‘अच्छा’ औसत AQI दर्ज किया. अगस्त 2024 में भी 2018 के बाद से अब तक का सबसे ‘अच्छा’ औसत AQI दर्ज किया गया.

लेकिन कुछ महीनों में AQI खतरनाक रूप से उच्च स्तर पर भी पहुंच गया.

विश्लेषण में कहा गया है, “जनवरी 2024 के दौरान स्थिर और बहुत कम गति वाली हवा की स्थिति के कारण औसत AQI असामान्य रूप से ‘बहुत खराब’ 355 रहा, जो 2018 से 2024 तक जनवरी के महीने के लिए सबसे अधिक है.”

मई के महीने में 2024 में अब तक का सबसे खराब औसत AQI दर्ज किया गया.

आयोग ने कहा, “मौसम विज्ञान और मौसम की स्थिति की अनिश्चितताओं के बावजूद, 2024 के लिए औसत AQI कोविड वर्ष को छोड़कर, 2021 और 2022 के बराबर दूसरा सबसे अच्छा रहा है.”

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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