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Wednesday, 8 May, 2024
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BMC मुंबई वासियों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए उन्हें फ्री में योग सिखाएगा

बीएमसी मुंबई के लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करने के लिए 24 जगहों पर फ्री योगा क्लासेस आयोजित करने के लिए प्रशिक्षकों की तलाश कर रहा है.

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मुंबई: प्रिवेंटिव हेल्थकेयर- यह वो शब्द है जिसे मुंबई का नगर निगम शहर में रहने वाले लोगों को फ्री में योग सिखाने की अपनी पहल को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल कर रहा है. अधिकारियों का मानना है कि ये योगा क्लासेस न केवल कोविड-19 के खिलाफ, बल्कि डायबिटीज और हाई बीपी जैसी बीमारियों से भी लड़ने में मुंबई वासियों की मदद करेंगी.

मुंबई के लोगों की इम्युनिटी बढ़ाने के अपने महत्वाकांक्षी उद्देश्य को साकार करने के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) शहर भर में 24 जगहों पर योग क्लासेज आयोजित करने की योजना बना रहा है. और इसके लिए प्रशिक्षकों की तलाश की जा रही है.

हर एक प्रशासनिक वार्ड में योग सिखाया जाएगा और इन जगहों को शिव योग केंद्र के नाम से जाना जाएगा.

बीएमसी के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी मंगला गोमारे ने दिप्रिंट को बताया कि स्कूल,  मैरिज हॉल, वार्ड ऑफिस या किसी भी खुले सार्वजनिक स्थान पर सप्ताह में पांच दिन ये क्लासेज ली जाएंगी.

उन्होंने कहा, ‘ एक बैच में 30 लोग होंगे. पंजीकरण करने के लिए बीएमसी या तो एक ईमेल आईडी मुहैया कराएगा या फिर इसके लिए कोई ऐप बनाया जाएगा. एक बार हमारे पास सीखने वालों की निश्चित संख्या हो जाएगी, तो फिर वार्ड स्तर का अधिकारी इन क्लासेज के लिए जगह और समय तय करेगा.’

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गोमारे बताते हैं, ‘महामारी के दौरान लोग कैसे परेशानियों से जूझ रहे थे, ये हम सभी ने देखा है. इस तरह की आपदाएं आती हैं, तो हमें एहसास होता है कि अपने आपको बीमारियों से बचाने के लिए निवारक देखभाल या प्रिवेंटिव केयर कितनी जरूरी है’

मुंबई कोविड-19 महामारी से सबसे बुरी तरह प्रभावित भारतीय शहरों में से एक था.

गोमारे ने कहा, ‘फिलहाल डायबिटीज, हाई बीपी समेत नॉन कम्युनिकेबल डिजीज भी तेजी से बढ़ रही हैं. इन बीमारियों से बचने के लिए आखिरकार इम्युनिटी ही काम आती है. बस उसी को देखते हुए हमने सोचा कि बीमारी होने से पहले क्यों न उसकी रोकथाम करने वाले पहलू पर ध्यान दिया जाए और फिर हमने प्रिवेंशन हेल्थ केयर की तरफ जाने का फैसला किया.’


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इंस्ट्रक्टर को एक सेशन के 1000 रुपए मिलेंगे

बृहन्मुंबई नगर निगम ने शनिवार को एक नोटिस जारी कर प्रमाणित योग प्रशिक्षकों या संस्थानों को शिव योग केंद्र की स्थापना और संचालन के लिए नागरिक निकाय के साथ काम करने के लिए कहा गया है.

बीएमसी के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर दिप्रिंट को बताया, ‘बीएमसी ने आवेदनों की जांच के बाद पहले 100 शिक्षकों को नियुक्त करने की योजना बनाई है और इस साल जून और जुलाई के बीच इन केंद्रों को शुरू कर दिया जाएगा. सभी सत्र मुफ्त होंगे और सभी नागरिकों के लिए खुले होंगे.’

अधिकारी ने कहा कि नगर निकाय ने इस साल मई में शहर भर के प्रतिष्ठित योग संस्थानों के साथ एक अनौपचारिक बैठक की और परियोजना पर उनके सुझाव मांगे.

नोटिस के मुताबिक, योग प्रशिक्षकों और संस्थानों के आवेदनों की तहकीकात करने के लिए बीएमसी अपने 24 वार्डों में से हर एक में चयन समिति नियुक्त करेगी. समिति के सदस्य इन आवेदनों के आधार पर इंस्ट्रक्टर की नियुक्ति करेंगे.

योग इंस्ट्रक्टर के मामले में आवेदकों के लिए पात्रता मानदंड योग सर्टिफिकेशन बोर्ड या क्वालिटी कंट्रोल ऑफ इंडिया या भारतीय योग संघ के साथ न्यूनतम दो साल तक जुड़ा होना है.

जिन योग प्रशिक्षकों का चयन किया जाएगा उन्हें प्रति सत्र 1000 रुपए दिए जाएंगे.

बीएमसी ने 2022-23 के अपने वार्षिक बजट के हिस्से के रूप में इस साल फरवरी में पहली बार शहर में फ्री योगा क्लासेज चलाए जाने की अपनी योजना का उल्लेख किया था. 200 योग केंद्र खोलने के उद्देश्य से इस प्रोजेक्ट के लिए 30 करोड़ रुपए का आवंटन अलग रखा गया.

45,949.21 करोड़ रुपए (2022-23) के वार्षिक बजट के साथ भारत का सबसे अमीर नगर निगम बीएमसी के इस साल के अंत में चुनाव होने की उम्मीद है.

मार्च तक शिवसेना के पास बीएमसी में बहुमत था लेकिन मौजूदा कार्यकाल खत्म होने के बाद सीएम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को नगर आयुक्त इकबाल सिंह चहल को नगर निकाय के प्रशासक के रूप में नियुक्त करना पड़ा था.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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