नई दिल्ली: केंद्र ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत बायोटेक द्वारा स्वदेशी तौर पर विकसित कोवैक्सीन को ‘क्लिनिकल ट्रायल मोड’ से बाहर कर दिया गया है और अब इसे सीमित आपातकालीन उपयोग की अनुमति प्रदान की है.
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डा वी के पॉल ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोवैक्सीन को सार्वजनिक हित में आपातकालीन स्थिति में सीमित उपयोग की अनुमति दी गई है और सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित दोनों टीके भारत बायोटेक कोवैक्सीन और कोविशील्ड को अब एक जैसा दर्जा मिल गया है.
पॉल ने कहा, ‘‘कोविड-19 टीके कोवैक्सीन और कोविशील्ड दोनों के पास अब एक जैसा लाइसेंस दर्जा है. कोवैक्सीन सुरक्षा के संदर्भ में कसौटी पर खरी उतरी है. केवल 311 व्यक्तियों पर न्यूनतम दुष्प्रभाव थे. यह भारत के अनुसंधान और विकास उद्यम और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी उद्यम के लिए एक जीत है.’’
भारत के दवा नियामक ने तीन जनवरी को सार्वजनिक हित में आपात स्थितियों में कोवैक्सीन के सीमित उपयोग की अनुमति दी थी.
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