कांग्रेस अध्यक्ष के निर्वाचन क्षेत्र में मंत्री स्मृति ईरानी का नवीनतम प्रोजेक्ट साल के अंत तक सभी ग्राम पंचायतों को डिजिटल रूप से जोड़ने का है।
नई दिल्ली: ऐसे समय में जब राहुल गांधी कैलाश मानसरोवर की बारह दिवसीय यात्रा पर निकल चुके हैं , केंद्रीय टेक्सटाइल मंत्री स्मृति ईरानी उनके लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र अमेठी में मजबूत आधार पाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। वह फिलहाल जिस नवीनतम परियोजना पर काम कर रही हैं , उसका उद्देश्य अमेठी की सभी ग्राम पंचायतों को 2018 के अंत तक डिजिटल बनाना है।
2014 के आम चुनावों में अमेठी में राहुल से हारने के बावजूद ईरानी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले इस इलाके में नियमित रूप से आती-जाती तो रही ही हैं , साथ ही उन्होंने इस क्षेत्र में विकास कार्यों की नींव भी रखी है। इसी कड़ी में 1 सितंबर को उन्होंने अमेठी की मुसाफिरखाना तहसील के पिंडारा ठाकुर गांव में ‘डिजिटल ग्राम’ परियोजना की शुरुआत की।
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इस आयोजन का इस्तेमाल उन्होंने राहुल और उनकी यात्रा पर निशाना साधने के लिए भी किया।
ईरानी ने कहा, “मेरे लिए अमेठी चार धाम की तरह है और अमेठी के लोग भगवान के जैसे हैं।”
राहुल के पिता राजीव गांधी, जिन्होंने अमेठी सीट चार बार जीती थी, का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा: “जिस निर्वाचन क्षेत्र ने भारत को कुछ समय के लिए प्रधान मंत्री दिया था, वह डिजिटल रूप से अलग-थलग था। अब पहली बार यह जिला डिजिटल रूप से सशक्त होने जा रहा है। ”
परियोजना का विवरण
ईरानी ने अपनी तरह के पहले आम सेवा केंद्र (सीएससी या कॉमन सर्विस सेंटर ) का भी उद्घाटन किया जो 200 से भी अधिक सरकारी सेवाओं को लोगों के घरों तक तो पहुंचाएगा ही, साथ ही साथ उत्पादन इकाइयों के माध्यम से रोजगार पैदा करने और ऑनलाइन उत्पादों की मार्केटिंग करने का नया माध्यम होगा।
अमेठी जिले के भाजपा अध्यक्ष उमा शंकर पांडे ने कहा, “केंद्र एक छोटे कारखाने का संचालन करेगा जहां इको-फ्रेंडली कप और प्लेट ,सैनिटरी नैपकिन और एलईडी बल्ब स्थानीय ग्रामीणों, जिनमें से अधिकांश महिलाएं हैं , द्वारा उत्पादित किए जाएंगे।”
“यह महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन का उपयोग करने के लिए शिक्षित करने के साथ-साथ उन्हें पैसे कमाने में मदद भी करेगा। सीएससी इन उत्पादों के मार्केटिंग की ज़िम्मेदारी भी लेगा। ”
पिंडारा ठाकुर को परियोजना के पहले गांव के रूप में इसलिए चुना गया था क्योंकि यह मुसाफिरखाना तहसील में सर्वाधिक आबादी वाले गाँवों में से एक है और यहाँ की साक्षरता दर भी लगभग 90 प्रतिशत है।
पांडे आगे बताते हैं ,”अमेठी में लगभग 150 पंचायतें हैं और साल के अंत तक ईरानी जी के प्रयासों के माध्यम से, सभी को सरकारी सेवाओं के साथ-साथ रोजगार के अवसरों का लाभ उठाने के लिए सीएससी होगा।” उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में वाई-फाई चौपाल भी होंगे।
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ईरानी निर्वाचन क्षेत्र में बहुत सक्रिय रही हैं और नई योजनाओं को लागू करने की कोशिश कर रही हैं । इस साल अप्रैल में, उन्होंने गुजरात नर्मदा वैली फर्टिलाइज़र्स ऐंड केमिकल्स लिमिटेड (जीएनएफसी) द्वारा शुरू की गई ‘नीम परियोजना’ को हरी झंडी दिखाई।
जीएनएफसी ने अपने ग्रामीण शिविरों के माध्यम से ग्रामीणों से नीम-लेपित यूरिया का उत्पादन करने के लिए नीम खरीदा, जिसे मोदी सरकार बेहतर मिट्टी प्रबंधन के लिए बढ़ावा दे रही है।
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