दिप्रिंट को लिखे पत्र में, मोदी ने स्वच्छता को ‘राष्ट्रीय चेतना के शीर्ष पर’ रखे जाने को कहा है ,जो की देश को स्वच्छ भारत के रास्ते पर आगे बढ़ने में मदद करेगा।
दिल्ली: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में शीर्ष मीडिया संगठनों से महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर “स्वच्छता क्रांति” की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए अपने प्लेटफार्मों का इस्तेमाल करने का व्यक्तिगत अनुरोध किया है.
दिप्रिंट के एडिटर-इन-चीफ शेखर गुप्ता को लिखे गए एक परसनलाइज़्ड पत्र में मोदी लिखते हैं : “मैं दिप्रिंट परिवार से अपने मंच का इस्तेमाल करने और स्वच्छता को राष्ट्रीय चेतना के शीर्ष पर रखने का आग्रह करता हूं” उनके अनुसार ऐसा, “देश को स्वच्छ भारत के पथ पर आगे बढ़ने में मदद करेगा”.
सरकार 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक ‘स्वच्छता ही सेवा 2018’ आयोजित करके स्वच्छ भारत मिशन की चार साल की सालगिरह “बापू को श्रद्धांजलि” के रूप में मनाने के लिए तैयार है.
यह भी पढ़ें : The ‘c’ in Swachh Bharat is caste and Modi needs to address it
15 सितंबर को, “भारत भर में करोड़ों लोग ‘स्वच्छता ही सेवा’ आंदोलन में शामिल होंगे,” मोदी लिखते हैं . “स्वच्छ भारत मिशन को मज़बूत बनाने की दिशा में काम करने वाले लोग अपनी कहानियों को साझा करेंगे और स्वच्छता गतिविधियों के शुरू होने से पहले मैं भी जनता से बातचीत करूंगा.”
पीएम के स्पेशल ड्यूटी (आईटी) के अधिकारी डॉ हिरेन जोशी ने दिप्रिंट को बताया कि इस आंदोलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री ने कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों और संगठनों से अनुरोध किया है.
उन्होंने कहा, “वे सभी को व्यक्तिगत पत्र भेजने को लेकर बहुत उत्सुक थे … इसलिए कोई भी दो पत्र एक समान नहीं होंगे. उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों के शीर्ष व्यक्तियों से साथ आने का अनुरोध किया है.”
स्वच्छ भारत मिशन की उपलब्धियों को प्रदर्शित करते हुए करते हुए प्रधान मंत्री ने अपने पत्र में कहा: ” 90 प्रतिशत से अधिक भारतीयों को शौचालय उपलब्ध है जो 2014 के 40 प्रतिशत से कहीं ज़्यादा है. 4.5 लाख से ज़्यादा गांव, 430 ज़िलों , 2800 शहरों / कस्बों, और 1 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है.”
यह भी पढ़ें : Swachh Bharat has made little difference, govt should factor in criticism
निर्वाचित होने के कुछ ही महीनों बाद प्रधान मंत्री द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन के मुख्य उद्देश्यों में से एक देश को 2 अक्टूबर 2019 तक खुले में शौच से मुक्त करना था – जो मिशन की पांच वर्ष की सालगिरह भी होगा.
विशेष रूप से महिलाओं के लिए शौचालयों तक पहुंच सुनिश्चित करने पर ज़ोर देते हुए, पत्र कहता है: “भारत एक ऐसे समय में पहुंच रहा है जहां किसी भी महिला को सुरक्षित सैनिटेशन तक पहुंच न होने के तिरस्कार से गुज़रना नहीं पड़ेगा और हमारे बच्चे स्वस्थ होंगे”.
Read in English : PM Modi writes to media houses to participate in ‘clean India movement’