‘डॉटर्ज़ प्राइड- बेटी मेरा अभिमान’, यह पाठ्यक्रम बनारस हिंदू विश्वविद्यालय-आईआईटी बीएचयू स्थित एक स्टार्टअप के दिमाग की उपज है ।
नई दिल्ली: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) आमतौर पर आकांक्षी इंजीनियरों और निवेश बैंकरों की पहली पसंद होती है।
अब जनता की मांग को ध्यान में रखते हुए इस प्रतिष्ठित संस्थान की एक शाखा से शिक्षित, कामकाजी लड़कियों को – ‘आदर्श दुल्हन’ बनने की ट्रेनिंग देगी और इसके लिए तीन महीने का कोर्स चलाया जाएगा ।
”डॉटर्ज़ प्राइड-बेटी मेरा अभिमान”, यह कोर्स आईआईटी-बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में शुरू होने वाले स्टार्टअप यंग स्किल्ड इंडिया के दिमाग की उपज है ।
यह स्टार्टअप इंस्टीट्यूट के छात्रों द्वारा आईआईटी-बीएचयू के मालवीय नव परिवर्तन केंद्र में शुरू किया जायेगा और इसका उद्देश्य नौकरी तलाशने वालों और नौकरी प्रदाताओं को एक साथ एक मंच पर लाना है ।
उनके द्वारा चलाये गए कोर्स में आम जनता के लिए प्रोफेशनल स्किल और व्यक्तित्व विकास के पाठ्यक्रम शामिल हैं, जिन्हें वाराणसी में स्थानीय लोगों से बेहतरीन प्रतिक्रिया मिली है ।
कैसे हुई इसकी शुरुआत
कार्यक्रम के साथ जुड़े लोगों कहना है कि भावी दुल्हन को प्रशिक्षित करने के लिए पाठ्यक्रम की योजना पब्लिक सर्वे के जवाब में प्राप्त सुझावों से मिली है।
सर्वे में उन क्षेत्रों को समझने का प्रयास किया गया है जहां महिलाएं स्वयं को कमतर आंकती हैं और कई माता-पिता यहां तक कि शिक्षित लोग भी अक्सर अपनी बेटियों की शादी को लेकर चिंतित रहते है।
इस कोर्स का उद्देश्य विवाहित जीवन के लिए महिलाओं को समस्या सुलझाने के कौशल के साथ-साथ तनावपूर्ण परिस्थितियों से निपटने की क्षमता प्रदान करना है।
हालांकि,यंग स्किल्ड इंडिया टीम का पुरुषों के लिए इस प्रकार का पाठ्यक्रम पेश करने की कोई योजना नहीं है।
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यंग स्किल्ड इंडिया के सीईओ नीरज श्रीवास्तव ने कहा, “महिला के विवाहित होने के बाद, एक ही समय में अपने पति और अपने परिवार को संभालना होता है।”
“ऐसी परिस्थिति में, वह अक्सर तनावग्रस्त हो जाती है । उन्होंने कहा हमारा कोर्स उन्हें उन सभी तनावों से निपटना सिखाएगा। “हमारे कॉउंसलर्स उन्हें सिखाएंगे कि वे शादी के बाद मुश्किल परिस्थितियों से कैसे निपटें।”
हालांकि आईआईटी-बीएचयू में स्टार्टअप की शुरुआत हुई थी लेकिन इस संस्थान की इस पहल में कोई भागीदारी नहीं है।
Read in English : How to be a good Indian wife, an IIT-incubated startup teaches