ब्रिटेन में शरण लेने वाले पाकिस्तानियों को वहां की आतंकवाद विरोधी पुलिस ने सचेत किया है कि उनके द्वारा पाकिस्तान की सेना की आलोचना करने के बाद उनकी जान खतरे में है. दि गार्जियन ने अपनी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है जिसके बाद से पाकिस्तान में इमरान खान सरकार की काफी आलोचना हो रही है.
एक ट्विटर यूजर जोहरा यूसूफ ने कहा कि पत्रकार देश में और जहां वो शरण ढूंढ रहे हैं वहां भी सुरक्षित नहीं हैं.
Even after the conviction in the Goraya case, journalists are apparently not safe in the countries where they have sought refuge. UK police alert Pakistani dissidents to threats: report https://t.co/D7MB68u0HU
— Zohra Yusuf (@meranaam) February 7, 2022
एक और यूजर ने सोशल मीडिया पर कहा कि इमरान खान को दि गार्जियन की रिपोर्ट पर सफाई देनी चाहिए.
This is serious……Government must come clean on this.
UK police alert Pakistani dissidents to threats: report https://t.co/XhkHN72hcc
— Hammad Yunus (@hammadyunus_1) February 7, 2022
सैयद तौकीर बुखारी नाम के एक अकाउंट ने लिखा है कि अब इस मुद्दे पर बात करने का समय आ गया है.
It’s time that this was spoken about. I reported this to the @metpoliceuk after becoming a victim. The Pakistani government & its elite response behind threats & attacks. https://t.co/2W8mYUIh7V
— Syed Tauqeer Bukhari (@TauqeerBukahri1) February 6, 2022
एक अन्य यूजर ने कहा कि वास्तविक जीवन में या सोशल मीडिया पर ऐसे लोगों को धमकाना भद्दा है.
Pakistan's honour is best served by following rules of justice and the law. If you have issues with these dissidents, or others, sue them in a court of law! Hurling threats in real life, or on social media, is ridiculous. https://t.co/ZwR5JD3uop
— Quatrina (@QuatrinaHosain) February 7, 2022
पाकिस्तान सरकार पर तंज करते हुए, एक उपयोगकर्ता ने लंदन पुलिस को संबोधित करते हुए उनसे कहा कि ‘अपने मेहमानों की अच्छी देखभाल करना’.
Dear London police @MetCC
Lives of many of our patriotic Pakistanis living in UK including our ex premier, our ex FM, journalists and many others are under threat.
Please take a good care of your guests.
We believe that you are fully capable to do so.— Waseem Raja One Man Army (@WaseemRaja1512) February 6, 2022
पाकिस्तानी राजनीतिक विशेषज्ञ आयशा सिद्दीका के लिए सॉलिडेरिटी दिखाते हुए नॉटिंघम विश्वविद्यालय में राजनीति की प्रोफेसर, कैथरीन एडेनी ने लिखा है कि ‘यह भयावह है.’ गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, एक वकील ने सिद्दीका से कहा था कि ब्रिटिश स्थित पाकिस्तानी ड्रग गिरोह उन्हे निशाना बनाने में शामिल हो सकते हैं.
And this is also appalling! Solidarity with @iamthedrifter “Ayesha Siddiqa, an outspoken Pakistani political scientist and commentator based in London, has also been warned of threats to her life…“That sense of being secure is gone,” she said” https://t.co/nyqSsDjV2l
— Prof. Katharine Adeney (@KatAdeney) February 6, 2022
यह अलर्ट हाल ही में लंदन के एक हिटमैन को पाकिस्तानी सरकार के विरुद्ध आवाज उठाने वाले शख्स की हत्या की साजिश का दोषी पाए जाने के बाद आया है.
खबरों के मुताबिक मुहम्मद गोहिर खान को पिछले साल नीदरलैंड में पाकिस्तानी खुफिया सेवाओं की आलोचना करने वाले ब्लॉगर अहमद वकास गोराया को मारने के लिए पैसों की पेशकश की गई थी.
पिछले महीने ट्रायल शुरू होने से पहले आतंकवाद विरोधी पुलिस अधिकारियों ने यूके में पाकिस्तानी राजनीतिक विशेषज्ञ राशिद मुराद के घर का दौरा कर सुरक्षा समीक्षा की थी.
मुराद ने दि गार्जियन को बताया कि दो पुलिस ऑफिसर ने उनके घर का दौरा किया था और कहा था कि कुछ लोग उन्हें नुकसान पहुंचाने की साजिश कर रहे हैं. उन्होंने संकेत दिया था कि वो पाकिस्तानी अधिकारी हो सकते हैं.
दि गार्जियन की रिपोर्ट में वकील फजल खान को भी पाकिस्तानी अथॉरिटी का टारगेट बताया गया है. फजल ने कहा कि उन्हें यूके अधिकारियों ने उन्हें इस बारे में सचेत किया है और कहा कि अगर मैं लंदन से बाहर यात्रा करना चाहता हूं तो मुझे उन्हें इस बारे में जानकारी देनी होगी.
उन्होंने आगे कहा कि अधिकारियों ने करीमा बलूच की मौत के बारे में उनसे चर्चा की थी, जिन्होंने स्वतंत्र बलूचिस्तान के लिए मुहीम चलाई थी और कनाडा की नदी में मृत पाई गईं थी.
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