नई दिल्ली: पाकिस्तान के शहर पेशावर में अज्ञात हमलावरों ने एक ईसाई पुजारी की गोली मारकर हत्या कर दी और एक अन्य को घायल कर दिया. पाकिस्तान में एक बार फिर से धार्मिक असहिष्णुता को लेकर सवाल उठने लगे हैं. पाकिस्तानी देश में बढ़ते उग्रवाद और अल्पसंख्यक की सुरक्षा करने में नाकाम इमरान खान सरकार की काफी आलोचना कर रहे हैं.
पाकिस्तान बिशप चर्च के अध्यक्ष बिशप आज़ाद मार्शल ने घटना की निंदा करते हुए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार से न्याय दिलाने और ईसाई समुदाय के लिए सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है.
We strongly condemn the firing on clergy of Diocese of Peshawar and instant killing of Pastor William Siraj and injuring Rev Patrick Naeem earlier today. We demand justice and protection of Christians from the Government of Pakistan. pic.twitter.com/T62scXXpB6
— Bishop Azad Marshall (@BishopAzadM) January 30, 2022
एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि पाकिस्तान में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जो सभी को हकीकत से रूबरू कराती हैं.
A priest was shot dead in Peshawar another’s been injured. Theres been enough incidents in this country to give every one a reality check. PAKISTAN IS NOT SAFE FOR MINORITIES! Whoever tells you different is a bigot.
— Nishat (@shee_unicorn) January 31, 2022
घटना की निंदा करते हुए एक यूजर ने लिखा कि पीएम इमरान खान इस तरह की क्रूरता को रोकने की हिम्मत नहीं रखते हैं तो वो ‘रियासत-ए-मदीना’ को बदनाम करना बंद कर दें. हाल में इमरान खान ने ‘रियासत-ए-मदीना की आत्मा: पाकिस्तान को बदलना’ के शीर्षक से एक लेख लिखा था जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को लेकर अपने दृष्टिकोण को साझा किया था.
Horrified by the killing of Pastor William in Peshawar, other priest badly injured.
For last many months, there's an increase in faith based attacks in Pakistan.@ImranKhanPTI plz stop defaming the name of "Riyasat e Madina" if you dont have the nerve to stop such brutalities. pic.twitter.com/tuiVVEkGhp
— Mona Farooq Ahmad (@MFChaudhryy) January 31, 2022
एक यूजर ने लिखा कि पीटीआई के सत्ता में आने के बाद से पाकिस्तानी अल्पसंख्यक नर्ख से गुजर रहे हैं.
So people who keep telling to present positive image of Pakistan, how to tell the world positively now that a priest was murdered and another shot in Peshawar?
Minorities hv been going through a living hell since PTI have taken over both in KP('13) and federal ('18)— نائِس گائے (@chalbayphut) January 30, 2022
प्रधानमंत्री को अन्य देशों पर बयान देने और अल्पसंख्यकों के साथ उनके व्यवहार को लेकर चेतावनी देने के बारे में एक शख्स ने लिखा कि कृपया पहले पाकिस्तान में ज़ेनोफ़ोबिया (विदेशी या दूसरे वर्ग के लोगों के प्रति अस्वीकृति, घृणा या शत्रुता) के तरफ ध्यान दो.’
Let's please focus on xenophobia in Pakistan first. It's pretty hollow commenting on religious freedom in other countries the same day a priest gets killed on his way back from church in Peshawar. https://t.co/yGCOrzoL7o
— Mansoor (@memonburger) January 31, 2022
सामाजिक कार्यकर्ता आलम जैब खान महसूद ने लिखा कि ‘देश को अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देनी चाहिए और इस घटना को लेकर कड़े कदम उठाने चाहिए और न्याय देना चाहिए.’
It is heartwrenching to know that Pastor William Siraj, an assistant priest of the Church of Pakistan, has been killed in Peshawar. State should Provide protection to the minorities and take serious steps in this regard and bring the killers to justice.#SayNoToExtremism pic.twitter.com/ADIwmRRXI2
— AlamZaib Khan Mahsud (@AlamZaibPK) January 30, 2022
सिर्फ पाकिस्तान में ही नहीं बल्कि कई देश इस घटना की आलोचना कर रहे हैं.
ब्रिटिश साउथ एशिया मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद ने लिखा कि, ‘हम (यूके) पाकिस्तान में सभी के लिए धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता की रक्षा करेंगे.’
Appalled by the killing of a Christian priest in Peshawar today. My thoughts & prayers are with the victim's loved ones. The UK stands in solidarity with Christians who are persecuted for their faith. We will continue to defend Freedom of Religion or Belief for all in Pakistan.
— Lord (Tariq)Ahmad of Wimbledon (@tariqahmadbt) January 30, 2022
इंग्लैंड के चर्च में सबसे सीनियर बिशप जस्टिन वेल्बी ने लिखा कि ‘आज हम कैंडलमास को चिह्नित करते हैं, हम पाकिस्तान के चर्च में अपनी बहनों और भाइयों पर मसीह के न्याय, आशा और शांति की रोशनी की प्रार्थना करते हैं.’
As we mark Candlemas today, we pray for the light of Christ’s justice, hope and peace for our sisters and brothers in the Church of Pakistan.https://t.co/ErJH9TZjVi
— Archbishop of Canterbury (@JustinWelby) January 30, 2022
रिपोर्ट के मुताबिक हमले में मारे गए ईसाई पुजारी की पहचान 75 वर्ष के फादर विलियम सिराज के रूप में की गई है. वहीं घायल पुजारी फादर पैट्रिक नईम का पेशावर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
पुलिस ने जानकारी दी कि दोनों पुजारी रविवार को चर्च से निकल कर जा रहे थे जब शहर के रिंग रोड पर मोटरसाइकिल पर सवार दो हमलावरों ने कार पर गोलियां चला दीं, जिससे पादरी विलियम सिराज की मौके पर ही मौत हो गई.
इस हमले की अभी तक किसी ने जिम्मदारी नहीं ली है.
पिछले महीने पाकिस्तानी तालिबान द्वारा सरकार के साथ संघर्ष विराम खत्म करने के बाद से उग्रवादी हिंसा में काफी बढ़ोतरी हुई है.
पाकिस्तान में ईसाईयों की 2% की आबादी है.
बता दें कि, साल 2016 में ईस्टर संडे के मौके पर लाहौर के एक भीड़भाड़ वाले पार्क में एक बम धमाके में 72 लोगों की मौत हो गई थी और 300 से अधिक लोग घायल हो गए थे.
2013 में भी पेशावर के ऑल सेंट चर्च में उग्रवादियों ने बम और गोलियों से सबसे घातक हमला किया था. इस हमले में कम से कम 80 लोग मारे गए और 120 अन्य घायल हो गए.
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