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Sunday, 17 November, 2024
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पाकिस्तान में ईसाई पुजारी की गोली मारकर हत्या, रियासत-ए-मदीना पर लोगों ने इमरान खान से पूछे सवाल

एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि पाकिस्तान में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जो सभी को हकीकत से रूबरू कराती हैं.

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नई दिल्ली: पाकिस्तान के शहर पेशावर में अज्ञात हमलावरों ने एक ईसाई पुजारी की गोली मारकर हत्या कर दी और एक अन्य को घायल कर दिया. पाकिस्तान में एक बार फिर से धार्मिक असहिष्णुता को लेकर सवाल उठने लगे हैं. पाकिस्तानी देश में बढ़ते उग्रवाद और अल्पसंख्यक की सुरक्षा करने में नाकाम इमरान खान सरकार की काफी आलोचना कर रहे हैं.

पाकिस्तान बिशप चर्च के अध्यक्ष बिशप आज़ाद मार्शल ने घटना की निंदा करते हुए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार से न्याय दिलाने और ईसाई समुदाय के लिए सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है.

एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि पाकिस्तान में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जो सभी को हकीकत से रूबरू कराती हैं.

घटना की निंदा करते हुए एक यूजर ने लिखा कि पीएम इमरान खान इस तरह की क्रूरता को रोकने की हिम्मत नहीं रखते हैं तो वो ‘रियासत-ए-मदीना’ को बदनाम करना बंद कर दें. हाल में इमरान खान ने ‘रियासत-ए-मदीना की आत्मा: पाकिस्तान को बदलना’ के शीर्षक से एक लेख लिखा था जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को लेकर अपने दृष्टिकोण को साझा किया था.

एक यूजर ने लिखा कि पीटीआई के सत्ता में आने के बाद से पाकिस्तानी अल्पसंख्यक नर्ख से गुजर रहे हैं.

प्रधानमंत्री को अन्य देशों पर बयान देने और अल्पसंख्यकों के साथ उनके व्यवहार को लेकर चेतावनी देने के बारे में एक शख्स ने लिखा कि कृपया पहले पाकिस्तान में ज़ेनोफ़ोबिया (विदेशी या दूसरे वर्ग के लोगों के प्रति अस्वीकृति, घृणा या शत्रुता) के तरफ ध्यान दो.’

सामाजिक कार्यकर्ता आलम जैब खान महसूद ने लिखा कि ‘देश को अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देनी चाहिए और इस घटना को लेकर कड़े कदम उठाने चाहिए और न्याय देना चाहिए.’

सिर्फ पाकिस्तान में ही नहीं बल्कि कई देश इस घटना की आलोचना कर रहे हैं.

ब्रिटिश साउथ एशिया मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद ने लिखा कि, ‘हम (यूके) पाकिस्तान में सभी के लिए धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता की रक्षा करेंगे.’

इंग्लैंड के चर्च में सबसे सीनियर बिशप जस्टिन वेल्बी ने लिखा कि ‘आज हम कैंडलमास को चिह्नित करते हैं, हम पाकिस्तान के चर्च में अपनी बहनों और भाइयों पर मसीह के न्याय, आशा और शांति की रोशनी की प्रार्थना करते हैं.’

 

रिपोर्ट के मुताबिक हमले में मारे गए ईसाई पुजारी की पहचान 75 वर्ष के फादर विलियम सिराज के रूप में की गई है. वहीं घायल पुजारी फादर पैट्रिक नईम का पेशावर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.

पुलिस ने जानकारी दी कि दोनों पुजारी रविवार को चर्च से निकल कर जा रहे थे जब शहर के रिंग रोड पर मोटरसाइकिल पर सवार दो हमलावरों ने कार पर गोलियां चला दीं, जिससे पादरी विलियम सिराज की मौके पर ही मौत हो गई.

इस हमले की अभी तक किसी ने जिम्मदारी नहीं ली है.

पिछले महीने पाकिस्तानी तालिबान द्वारा सरकार के साथ संघर्ष विराम खत्म करने के बाद से उग्रवादी हिंसा में काफी बढ़ोतरी हुई है.

पाकिस्तान में ईसाईयों की 2% की आबादी है.

बता दें कि, साल 2016 में ईस्टर संडे के मौके पर लाहौर के एक भीड़भाड़ वाले पार्क में एक बम धमाके में 72 लोगों की मौत हो गई थी और 300 से अधिक लोग घायल हो गए थे.

2013 में भी पेशावर के ऑल सेंट चर्च में उग्रवादियों ने बम और गोलियों से सबसे घातक हमला किया था. इस हमले में कम से कम 80 लोग मारे गए और 120 अन्य घायल हो गए.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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