नई दिल्ली: नई कांग्रेस सरकार के गठन के साथ ही आज कर्नाटक विधानसभा का पहला सत्र शुरू हुआ. आज से बेंगलुरु में विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी. यह सत्र 24 मई तक चलेगा. इसी दौरान कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर का भी चुनाव किया जाएगा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरवी देशपांडे मौजूदा सत्र के लिए कर्नाटक विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष होंगे. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, मंत्री जी परमेश्वर, के एच मुनियप्पा, एमबी पाटिल, केजे जॉर्ज, सतीश जारकीहोली, प्रियांक खड़गे आदि ने विधायक के रूप में शपथ ले ली है.
विधानसभा अधिकारियों के मुताबिक, इस तीन दिवसीय सत्र के दौरान सभी 224 नव निर्वाचित प्रतिनिधि विधायक के रूप में शपथ लेंगे.
सत्र की शुरुआत में देशपांडे ने कहा, ‘‘हम सभी चुने गए हैं और कर्नाटक के लोगों के आशीर्वाद से यहां आए हैं. यहां कुछ वरिष्ठ नेता भी हैं और मुझे कुछ नए चेहरे भी दिख रहे हैं. हमें राज्य के विकास लिए प्रयास करना होगा.’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘राजनीतिक मतभेदों के बावजूद, राज्य के विकास और प्रगति के लिए, हम सभी को एक आदर्श और ऐसा कन्नड़ राज्य बनाने के लिए मिलकर काम करना होगा, जो समृद्ध हो और जहां सभी वर्गों के लोग शांति और सद्भाव के साथ रहें.’’
आज सत्र के पहले दिन कर्नाटक विधानसभा में कई नई चीजें देखने को मिली. सत्र शुरू होने से पहले विधायकों और कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा के बाहर गोमूत्र से शुद्धिकरण करवाया और गंगाजल का छिड़काव किया. साथी ही विधायकों ने “मंत्रोच्चारण” भी किया.
दरअसल इसी साल जनवरी में डीके शिवकुमार ने कहा था कि बीजेपी सरकार ने विधानसभा को अपवित्र कर दिया है. उन्होंने कहा था, “बीजेपी सरकार ने विधानसभा को अपवित्र कर रख दिया है. इस सरकार के 45 दिन और बचे हैं. जब यह सरकार जाएगी और हमारी सरकार आएगी तो हम विधानसभा को डिटॉल और गोमूत्र से शुद्धिकरण करवाएंगे.”
डीके का अलग रंग
पहले दिन विधानसभा पहुंचे डीके शिवकुमार ने विधानसभा के गेट पर माथा टेका. इसके अलावा डीके ने लोगों को कांग्रेस को बहुमत देने के लिए धन्यवाद भी किया. कर्नाटक में कांग्रेस की प्रचंड जीत के बाद डीके शिवकुमार ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी.
ಇಂದಿನಿಂದ ವಿಧಾನಸಭಾ ಅಧಿವೇಶನ ಆರಂಭವಾಗಿದ್ದು ವಿಧಾನಸೌಧ ಪ್ರವೇಶಿಸುವ ಮುನ್ನ ಮೆಟ್ಟಿಲುಗಳಿಗೆ ನಮಿಸಿದೆ.
ಇಂದು ಮತ್ತು ನಾಳೆ ನೂತನ ಶಾಸಕರ ಪ್ರಮಾಣವಚನ ಹಾಗೂ ಕೊನೆಯ ದಿನ ಹೊಸ ಸಭ್ಯಾಧ್ಯಕ್ಷರ ಆಯ್ಕೆ ಪ್ರಕ್ರಿಯೆ ನಡೆಯಲಿದೆ. pic.twitter.com/zzJQ0Gxere— DK Shivakumar (@DKShivakumar) May 22, 2023
इसके बाद डीके शिवकुमार विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से भी मिले. डीके इस दौरान उनसे काफी देर तक बात की और बाकी बीजेपी विधायकों से भी मिले.
इससे पहले डीके शिवकुमार ने बंगलुरु में पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता एसएम कृष्णा का पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया. दरअसल एसएम कृष्णा और डीके आप में संबंधी भी है. साल 2021 में डीके शिवकुमार की बेटी ऐश्वर्या की शादी एसएम कृष्णा के पोते से हुई थी.
‘पांचों वादों पर काम शुरू’
इससे पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद, सिद्धारमैया ने कहा उनकी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक ने चुनाव से पहले पार्टी द्वारा किए गए पांच गारंटियों के कार्यान्वयन के आदेश जारी किए हैं.
Our government is committed to implement all our 5 guarantees for the benefit of our people.#DeliveredAsPromised pic.twitter.com/zlKIhDRTaZ
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) May 21, 2023
कैबिनेट की पहली बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए सिद्धारमैया ने कहा, “घोषणापत्र में पांच गारंटी का वादा किया गया था और उन पांच गारंटी को लागू करने का आदेश कैबिनेट की पहली बैठक के बाद दिया गया है. इसके बाद सभी लागू हो जाएंगे.” अगली कैबिनेट बैठक जिसे एक सप्ताह के भीतर बुलाया जाएगा.”
कांग्रेस द्वारा घोषित पांच गारंटी के में- सभी घरों (गृह ज्योति) को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, हर परिवार की महिला मुखिया (गृह लक्ष्मी) को 2,000 रुपये मासिक सहायता, बीपीएल परिवार के प्रत्येक सदस्य को 10 किलो चावल मुफ्त (अन्ना भाग्य), बेरोजगार स्नातक युवाओं के लिए हर महीने 3,000 रुपये और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों (दोनों 18-25 आयु वर्ग में) के लिए 1,500 रुपये दो साल (युवा निधि) और सार्वजनिक परिवहन बसों (उचित प्रयाण) में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा शामिल है.
सिद्धारमैया ने कहा कि प्रारंभिक अनुमानों के मुताबिक, पांच-गारंटियों को पूरा करने के लिए सालाना 50,000 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि इंदिरा कैंटीन के बारे में भी जानकारी ली जा रही है और इसे जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा.
कांग्रेस ने 10 मई को 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के चुनाव में 135 सीटें जीतीं, सत्तारूढ़ बीजेपी को 66 सीटें मिलीं, जबकि जनता दल (सेक्युलर) ने 13 मई को घोषित परिणामों में 19 सीटें हासिल की थी.
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