scorecardresearch
Thursday, 2 May, 2024
होमएजुकेशनNEET 2021 की तारीखें इसे हफ्ते हो सकती हैं तय, ऑफलाइन होगी परीक्षा

NEET 2021 की तारीखें इसे हफ्ते हो सकती हैं तय, ऑफलाइन होगी परीक्षा

एनटीए ने कहा है कि नीट 2021 का आयोजन इस साल जून और जुलाई के बीच हो सकता है और परीक्षा की तारीखों की घोषणा जल्द होने की उम्मीद है.

Text Size:

नई दिल्ली: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने नेशनल एंट्रेंस कम एलिजिबिलिटी टेस्ट (नीट) 2021 की तारीखों और परीक्षा के मोड को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए स्पष्ट किया है कि इस हफ्ते तारीखें तय हो जाएंगी और परीक्षा ऑफलाइन कराई जाएगी.

मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए नीट की परीक्षा पिछले साल दो बार टली थी और आखिरकार सितंबर में कराई गई थी. हालांकि, अधिकारियों के अनुसार इस वर्ष परीक्षा के आयोजन में ज्यादा देरी होने की संभावना नहीं है और इसे जून और जुलाई के बीच कराया जा सकता है. एनटीए नीट और ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) सहित विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन करता है.

एनटीए के महानिदेशक विनीत जोशी ने गुरुवार को दिप्रिंट को बताया कि तारीखों की घोषणा जल्द की जाएगी.

उन्होंने बताया, ‘इस सप्ताह के अंदर ही इसकी तिथियों पर अंतिम फैसला कर लिया जाएगा.’

उन्होंने कहा कि एजेंसी की इस साल ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने की कोई योजना नहीं है और यह सामान्य पेन और पेपर के साथ ऑफलाइन मोड में होगी.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए होने वाले जेईई की तरह ही नीट को भी ऑनलाइन आयोजित करने पर विचार किया गया था. हालांकि, सरकार ने इस साल नीट-यूजी परीक्षा पैटर्न में कोई बदलाव न करने का फैसला किया है.


यह भी पढ़ें: मई से NEP योजनाओं के तहत ग्रेजुएशन में शुरू किए जाएंगे कॉमन एंट्रेंस टेस्ट, एंट्री-एग्ज़िट विकल्प


इस साल दो बार नीट की कोई योजना नहीं

स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्रालय इस वर्ष से नीट का आयोजन दो बार कराने पर भी विचार कर रहे थे, हालांकि, इस योजना को भी फिलहाल टाल दिया गया है.

इस वर्ष परीक्षा एक बार ही होने की पुष्टि करते हुए जोशी ने कहा, ‘अंतिम समय में पैटर्न बदलने का कोई मतलब नहीं है.’

स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्रालयों के अधिकारियों के बीच पिछले हफ्ते एक बैठक हुई थी, जिसमें साल में दो बार परीक्षा कराने के बारे में कोई सहमति नहीं बन सकी.

अधिकारियों ने महसूस किया कि अब इस समय आकर नीट के पैटर्न में कोई भी बदलाव करना छात्रों के साथ अन्याय होगा और इससे उन पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.

जेईई के लिए छात्रों को हर साल दो मौके मिलते हैं लेकिन मेडिकल प्रवेश परीक्षा एक बार ही आयोजित की जाती है.

इस टेस्ट में औसतन 10 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल होते हैं. नीट 2020 के लिए 16 लाख छात्रों ने पंजीकरण किया था, जिसमें से 13.5 लाख परीक्षा में शामिल हुए थे.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: मंत्री और सचिव में असहमति, लेकिन सरकार ने यौन उत्पीड़न के आरोपी VC का कार्यकाल बढ़ाया


 

share & View comments