बुधवार को जारी की गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पंजीकृत छात्रों में से 60 प्रतिशत से अधिक ऐसे परिवारों से आते हैं, जिनके पास कम से कम एक स्मार्टफोन है.
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘पंजीकृत बच्चों के बीच बीते दो साल में यह अनुपात 36.5 प्रतिशत से काफी तेजी से बढ़कर 61.8 प्रतिशत हो गया है. सरकारी और निजी दोनों तरह के स्कूलों में पंजीकृत छात्रों के परिवारों में प्रतिशत के मामले में समान वृद्धि हुई है.’
रिपोर्ट के अनुसार, ‘वे राज्य जहां स्मार्टफोन धारक परिवारों वाले बच्चों के अनुपात में 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है, उनमें महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और त्रिपुरा शामिल हैं.’
यह अध्ययन 26 राज्यों और चार केन्द्रशासित प्रदेशों में किया गया था. इस दौरान 52,227 परिवारों और पांच से 16 साल के आयुवर्ग के 59,251 बच्चों तथा प्राथमिक स्तर की शिक्षा प्रदान कर रहे 8,963 सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और प्राचार्यों से संपर्क किया गया था.
60 % स्मार्ट फोन बड़े शहरों में है फिर भी 40% शहर के बच्चे आज पढाई से वंचित है, मगर छोटे शहर और गाँव के प्राइवेट और सरकारी स्कूल के बच्चों को 100 % के पास स्मार्ट फोन नहीं है और वो बच्चे आठ महीने से पढाई से वंचित है, सरकार को उन बच्चों के भविष्य के बारे में थोड़ा विचार करना चाहिए ।