scorecardresearch
Tuesday, 5 November, 2024
होमएजुकेशनज़ांज़ीबार में पहला अंतरराष्ट्रीय परिसर खोल इतिहास रचने के लिए तैयार IIT-Madras: डायरेक्टर वी कामाकोटी

ज़ांज़ीबार में पहला अंतरराष्ट्रीय परिसर खोल इतिहास रचने के लिए तैयार IIT-Madras: डायरेक्टर वी कामाकोटी

ज़ांज़ीबार में अपना परिसर खोलने के साथ ही आईआईटी मद्रास विदेश धरती पर परिसर खोलने वाला पहला आईआईटी बन गया है. ज़ांज़ीबार परिसर शुरुआत में दो पूर्णकालिक शैक्षणिक कार्यक्रमों की पेशकश करेगा.

Text Size:

नई दिल्ली: आईआईटी मद्रास के डायरेक्टर प्रोफेसर वी कामाकोटी ने सोमवार को कहा कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास(आईआईटी मद्रास) ज़ांज़ीबार-तंजानिया में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय परिसर स्थापित करके इतिहास रचने के लिए पूरी तरह तैयार है.

कामकोटि ने कहा, “यह वास्तव में आईआईटी मद्रास के इतिहास में एक बड़ा मील का पत्थर है कि हम ज़ांज़ीबार में एक कैंपस स्थापित कर रहे हैं. इसके माध्यम से, हम ज़ांज़ीबार में भविष्य की उच्च शिक्षा पहल में सक्रिय भागीदारी की आशा करते हैं.”

हाल ही में, भारत और तंजानिया के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे, जो अंतिम प्रक्रिया में है. ज़ांज़ीबार परिसर इसी के तहत बनाया जा रहा है. 

ज़ांज़ीबार परिसर में पेश किए जाने वाले पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुए कामकोटि ने कहा, “ज़ांज़ीबार परिसर शुरुआत में दो पूर्णकालिक शैक्षणिक कार्यक्रमों की पेशकश करेगा जिसमें 4-वर्षीय बीएस (डेटा साइंस और एआई) और 2-वर्षीय मास्टर शामिल हैं. प्रौद्योगिकी विषयों (डेटा साइंस और एआई) में कुल 70 छात्रों को प्रवेश मिलेगा.”

उन्होंने आगे कहा कि स्थायी परिसर ज़ांज़ीबार द्वीप पर 200 एकड़ में फैला होगा, जिसका मास्टर प्लान आईआईटी मद्रास के विशेषज्ञों द्वारा विकसित किया जाएगा. 2023-24 के पहले शैक्षणिक वर्ष के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है और कक्षाएं अक्टूबर 2023 से शुरू होने वाली हैं.

आईआईटी मद्रास के डायरेक्टर ने कहा, “आईआईटी मद्रास छात्रों के लिए प्रवेश प्रक्रिया आयोजित करेगा, जिसमें अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए आईआईटीएम सीनेट द्वारा किए आयोजित किए गए प्रवेश प्रक्रिया के अनुसार प्रवेश मिलेगा. आईआईटी मद्रास के संकाय विशेषज्ञों द्वारा विकसित एक स्क्रीनिंग टेस्ट और एक साक्षात्कार भी प्रवेश प्रक्रिया शामिल होगा.”

ज़ांज़ीबार कैंपस, आईआईटी मद्रास पूर्वी अफ्रीकी मुख्य भूमि से दूर ज़ांज़ीबार द्वीप पर स्थित होगा और इसे भारत और ज़ांज़ीबार-तंजानिया के बीच एक अनूठी और गेम-चेंजिंग शैक्षिक साझेदारी के रूप में योजनाबद्ध किया जा रहा है.

इस परिसर के शुरुआती दिनों में आईआईटी मद्रास के शिक्षकों को ही पढ़ाने के लिए भेजा जाएगा जबकि बाद में भर्ती भी भारत से ही होगी.

भारत सरकार जुलाई 2023 से चेन्नई में आईआईटी मद्रास में विभिन्न डिग्री कार्यक्रमों में अध्ययन करने के लिए तंजानिया/ज़ांज़ीबार के नागरिकों के लिए कई प्रकार की छात्रवृत्ति प्रदान कर रही है.

इस परिसर को अनुसंधान और तकनीकी नवाचार में आईआईटी मद्रास के संकाय का लाभ मिलेगा. स्थानीय सरकार के समर्थन से, आईआईटीएम ज़ांज़ीबार को एक अनोखे अंतरराष्ट्रीय परिसर के रूप में योजनाबद्ध किया गया है.


यह भी पढ़ें: UCC शायद जल्द आने वाला है, लेकिन भारत में तलाक अभी भी कई प्रकार से होते हैं


 

share & View comments