नई दिल्ली: कुछ महीने पहले, खबरें आई थीं कि यूनिकॉर्न फिजिक्स वाला सिविल सेवा की तैयारी कराने वाले सबसे पुराने कोचिंग इंस्टीट्यूट्स में से एक दृष्टि आईएएस को खरीदने के लिए बातचीत कर रहा था. हालांकि, इन अटकलों को महज़ अटकलें बताकर खारिज कर दिया गया था, लेकिन अब आईएएस कोचिंग इंस्टीट्यूट ने कहा है कि वह पिछले साल फिजिक्स वाला के माध्यम से फंडिंग के विकल्प तलाश रहा था, लेकिन आखिरकार उसने ऐसा नहीं करने का फैसला किया है.
संस्थान ने कहा कि वह स्वतंत्र रूप से काम करना जारी रखेगा, जैसा कि वह कई सालों से करता आ रहा है.
दृष्टि आईएएस के सीईओ विवेक तिवारी ने दिप्रिंट को बताया, “दृष्टि आईएएस में, हमारे फैसले हमेशा दीर्घकालिक दृष्टि पर आधारित होते हैं. हालांकि, हमने पिछले साल के दौरान आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) और फिजिक्स वालाह सहित कुछ रणनीतिक निवेशकों के साथ चर्चा सहित विभिन्न फंडिंग विकल्पों पर विचार-विमर्श किया, लेकिन हमने अभी के लिए स्वतंत्र रूप से काम जारी रखने का फैसला किया है. हमें उम्मीद है कि हम अपने दम पर बेहतर प्रदर्शन करते रहेंगे और अगर ज़रूरत पड़ी तो हम भविष्य में परिस्थितियों के अनुसार अन्य विकल्पों पर भी विचार करेंगे.”
भारतीय एडटेक और टेस्ट प्रेप मार्केट में एक बड़े समेकन लहर के हिस्से के रूप में चार प्रमुख कोचिंग संस्थान — दृष्टि आईएएस, चैतन्य अकादमी, राऊ के आईएएस स्टडी सर्किल और सारथी आईएएस — को संभावित अधिग्रहण के लिए विचार किया जा रहा था. फिजिक्स वाला और अनएकेडमी जैसे ऑनलाइन-फर्स्ट प्लेयर्स अपने ऑफलाइन पदचिह्न को मजबूत करने और सिविल सेवा कोचिंग में विविधता लाने की तलाश में हैं, इन विरासत यूपीएससी संस्थानों के साथ बातचीत एक वफादार छात्र आधार, विशेष रूप से हिंदी-माध्यम और क्षेत्रीय बाजारों में, को भुनाने के रणनीतिक अवसरों के रूप में उभरी है.
दृष्टि आईएएस की स्थापना 1999 में मुखर्जी नगर में लोकप्रिय शिक्षक विकास दिव्यकीर्ति ने की थी. यह हिंदी माध्यम के यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए सबसे प्रसिद्ध संस्थानों में से एक बन गया. दिल्ली स्थित इस संस्थान ने वित्त वर्ष 24 में 405 करोड़ रुपये का राजस्व और 90 करोड़ रुपये का टैक्स के बाद लाभ दर्ज किया. विकास दिव्यकीर्ति की लोकप्रियता इतनी है कि वे 12वीं फेल फिल्म में भी दिखाई दिए, उनकी कक्षाओं और नैरेटिव्स के वीडियो को सोशल मीडिया पर लाखों बार देखा जाता है.
मुखर्जी नगर में बुनियादी ढांचे की समस्याओं को उजागर किए जाने के बाद पिछले साल संस्थान नोएडा चला गया, पुराने राजिंदर नगर इलाके में एक अन्य संस्थान में तीन यूपीएससी उम्मीदवारों की मौत और मुखर्जी नगर में अन्य संस्थानों में आग लगने की घटनाओं के बाद. इन घटनाओं के बाद बुनियादी ढांचे की खामियों और लाइसेंसिंग मुद्दों के लिए कोचिंग संस्थान जनता और अधिकारियों द्वारा गहन जांच के दायरे में आ गए.
दृष्टि आईएएस के सूत्रों ने कहा कि संस्थान लाभदायक बना हुआ है.
फिजिक्स वाला किफायती ऑनलाइन कोचिंग देने के लिए जाना जाता है. इसने सबसे पहले YouTube के ज़रिए लोकप्रियता हासिल की और बाद में इंजीनियरिंग और मेडिकल कोर्स में प्रवेश के लिए JEE और NEET के उम्मीदवारों के लिए ऑनलाइन कोर्स शुरू किए, लेकिन पिछले कुछ सालों में इसने अपनी पेशकशों का विस्तार किया है. इसने 2022 में OnlyIAS के साथ मिलकर UPSC कोचिंग के क्षेत्र में कदम रखा.
दृष्टि IAS के संभावित अधिग्रहण को फिजिक्स वाला की ऑफलाइन उपस्थिति को मज़बूत करने और इसके नियोजित IPO से पहले इसके पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा गया.
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