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Friday, 22 November, 2024
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इनोवेशन के लिए सरकार की टॉप-10 अटल रैंकिंग में 7 आईआईटी शामिल, IIT मद्रास पहले नंबर पर

शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने लिस्ट जारी करते हुए कहा कि यह रैंकिंग संस्थानों को ‘अपना माइंडसेट फिर से निर्धारित करने’ के लिए प्रेरित करेगी, साथ ही 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करने के लिए इनोवेशन को बढ़ावा देगी.

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नई दिल्ली: सात भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बुधवार को शिक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी अटल रैंकिंग ऑफ इंस्टीट्यूशन ऑन इनोवेशन अचीवमेंट (एआरआईआईए) के टॉप-10 में जगह बनाने में सफल रहे.

टेक्निकल सेंट्रल यूनिवर्सिटी की रैंकिंग में अपनी इनोवेटिव अप्रोच के लिए आईआईटी मद्रास, आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी दिल्ली टॉप पर रहे. इसके अलावा कानपुर, रुड़की, हैदराबाद और खड़गपुर के आईआईटी भी टॉप-10 में शामिल हैं.

टॉप-10 लिस्ट में शामिल जो अन्य संस्थान शामिल हैं, वो बेंगलुरु स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), प्रयागराज स्थित मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कोझीकोड (पूर्व में कालीकट) हैं.

शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने बुधवार को यह लिस्ट जारी की. इस मौके पर सरकार ने कहा कि एआरआईआईए रैंकिंग ‘भारतीय संस्थानों को अपना माइंडसेट फिर से निर्धारित करने और अपने कैंपस में उच्च गुणवत्ता के अनुसंधान, इनोवेशन और उद्यमिता को प्रोत्साहित करने वाला माहौल तैयार करने के लिए प्रेरित करेगी.’

‘2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था’ का लक्ष्य हासिल करने के लिए इनोवेशन को प्रोत्साहित करने पर जोर देते हुए सरकार ने कहा कि संस्थानों को इनोवेशन और रिसर्च के मामले में अधिक संख्या के बजाये गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए.


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ARIIA क्या है?

ARIIA शिक्षा मंत्रालय की तरफ से रिसर्च और इनोवेशन में संस्थानों के योगदान को मान्यता देने के लिए जारी की जाने वाली वार्षिक रैंकिंग है. इसके तहत छात्रों और शिक्षकों के बीच ‘इनोवेशन और उद्यमिता विकास के प्रचार और इसे बढ़ावा देने से संबंधित संकेतकों पर देश के सभी प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थानों और यूनिवर्सिटी की रैंकिंग की जाती है.

ARIIA का पहला संस्करण 2019 में जारी किया गया था जब इस रैंकिंग में जगह बनाने के कुल 496 संस्थानों के बीच प्रतिस्पर्द्धा हुई थी. इस साल इसमें 1,438 संस्थानों (सभी आईआईटी, एनआईटी, आईआईएससी, आदि सहित) ने हिस्सा लिया.

इन तमाम संस्थानों को जिन मानकों पर आंका गया उनमें इनोवेशन और स्टार्ट-अप, सफल इनोवेशन और कैंपस से उभरे स्टार्टअप, निवेश, कोलैबरेशन और पार्टनरशिप के अनुरूप माहौल, रिसर्च आउटपुट और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और व्यावसायीकरण के प्रयासों पर केंद्रित शैक्षणिक पाठ्यक्रम उपलब्ध कराना शामिल है.

रैंकिंग को दो श्रेणियों में बांटा गया है—तकनीकी और गैर-तकनीकी संस्थान. ‘तकनीकी’ श्रेणी के अंतर्गत पांच उप-श्रेणियां हैं—सेंट्रल यूनिवर्सिटी, स्टेट यूनिवर्सिटी, निजी विश्वविद्यालय, सरकारी सहायता प्राप्त संस्थान और डीम्ड निजी विश्वविद्यालय. ‘गैर-तकनीकी’ संस्थानों के तहत ‘केंद्र सरकार’ और ‘सामान्य’ की श्रेणियां हैं.

अन्य विजेता

आईआईटी ने जहां ‘सेंट्रल यूनिवर्सिटी’ श्रेणी में सबसे अधिक जीत हासिल की है, स्टेट यूनिवर्सिटी में पंजाब यूनिवर्सिटी और दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी टॉप पर रही. ‘निजी यूनिवर्सिटी’ श्रेणी में जी.एच. रायसोनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, महाराष्ट्र और आर.एम.के. इंजीनियरिंग कॉलेज, तमिलनाडु ने टॉप स्थान हासिल किया.

सरकारी सहायता प्राप्त संस्थानों में इंजीनियरिंग कॉलेज, पुणे (महाराष्ट्र) और पीएसजी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी (तमिलनाडु) शीर्ष पर रहे. ‘प्राइवेट डीम्ड यूनिवर्सिटी कैटेगरी’ में कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी, ओडिशा, चितकारा यूनिवर्सिटी, पंजाब और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, पंजाब ने लिस्ट में टॉप किया.

‘गैर-तकनीकी संस्थानों’ की श्रेणी में शीर्ष सेंट्रल यूनिवर्सिटी में जगह बनाने वालों में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू), दिल्ली और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), कोझीकोड शामिल थे.

‘सामान्य’ श्रेणी में भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, गुजरात और श्री नारायण कॉलेज, केरल ने एआरआईआईए की रैंकिंग के शीर्ष स्थान हासिल किया.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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